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________________ राणादवार कुवालनि देषाहारनविदागधकनित्र अतिरुपधकाते प्रतिरुपदिषाणहार कोशिका संशसार अतिकद लक पापपसलकर कामनानपानमसाहारामाधार विलियमरात्रातपत्र विसला वासादीया दरिमणिका प्रतिरूवा पकिरुवा कोपिएपारपातंतसारपत्र साधि ग्राणु mmm मकाबाटन ना परिसरूपगंध पंचविधपं मनसंबंधिया कामयसागका अनतवतीलामवतावका बम विस्वाहा लाख प्रकारातीगावात विवरबा रखा अविरत्राशसह फरिस रसव पंचविहिमापुरसए कामाताए पबएनवमाविहर) निककमानराजायक विचलविवाघिसकाधाबनिया गवतश्रीमहावा बनकर होके गवतंत्र Pाविकांजेहनसह नियात्रा हावावनिम्न महावार विस्मयकाणियामरामा एकपशिस विवनकयवित्रिातमध्यविन्त्रिवाना तगवान सगवंता सतापन्निवात्रमिजाकियामकहावत्पर्तिवाऽकपुरूषनरंवहवघकातिरादिलदाधनसनितारनदेवीगाबतधा रुपसेवेकबस तोऊनऊवतनल्पडेहताएद वायगापुरुष मरविवातावसियवित्रिपिावर तस्मरिसस्म बदामिछरिसा दिमतत्रितत्रावधाणातगव ककहर श्रीतगवतमहावीरसायनिनाव तगवतमानिदिवसभापन्निावात्रा क्षिणिकालिनधारानसमयकह कोणि दाहारकहणहार निवाडाकालिकमालिकहरताविणिप्रस्तावान विषIR कनामा उपवित्रिवानमा तगवतावसिग्रंपविविदिति काल सामगणं कामय Ja l ator
SR No.650017
Book TitleUvavai Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorKesharvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages211
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_aupapatik
File Size100 MB
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