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________________ या कासका लाइव के सकदांमस्तक कमलेगी कहती काळ लहसंक राल एंड गाडला नानगाएंग पाटराटरत्र सेमलंबूना लग ननिवास श्रगस्तद महमानामा कायानाव वाय ॐबतया हलधर को सजा कसा का लंगी खेपा सिमात दहिय डांबू फल असो क एक बी याना वृक्ष की जलनवां असतिलसर व एपिका रन्नुमय आलमणिक डिबांधवाना वा श्री नयन नेत्र अमीनोपलक मलयपानान तिनीकी काहिनीश सि माडीवरू शरमरीक संरा बेधपणी लुप्पलापत्र निकाय सिकुसुमगास मरकताम सारकलित्रालय की या समूह ते सरमनजेवल श्रावणाने चायंस कहतांचा साठातलांनी अतिसयक ही भियवरंग स्त्री साना अहम स बोनाम मगरम ३५ 38 तुप शसिवास शिद्दद्याद्य श्रहमिरायायं सय तलो वाम सुराम्माई ही मिश्रा मुतावरमा नराम करवि संघिया सर्व मंतरववशेष निसंग अष्टापद्याचामर चमगाइ हस्ती वला यवानालता इंत्पादन तामस्यां चनाकधर्म पाड्याकरवन हगवालगा किंनर सरु सस्ता व ऊं ऊर वलय पत्र मलय तत्रिवित्रा आणि का सूत्र बुरारा लहंसवन मे साहासनननके दूध संस्थाननेदद चात्रनामना मां चाक सफरस संस्थान वाशिलापट इदी अनिरुपमा हरबदेवाहारमा ਸਰਕ स्पतीना फूल तेच्या रूपप्रतिनिंदा नामई सबलग मनाना म हेम नवणीचा फासिसा हा साप संवारा संविया पासा दी। दरिमणिय प्रत्तिसके परिवाब9 SANSE ब
SR No.650017
Book TitleUvavai Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorKesharvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages211
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_aupapatik
File Size100 MB
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