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________________ २. का एक सामपि वा । पप्रज्ञा प्रिनिया हिमवंत व्हरवर्ष र म्याकेर एप HIGH पादत्रा कर) १ सदावति• शापतित्रताया यथाक्रमं जंबुध स्वावाकाशगमन लवि संपनस्पन गमन स्पाकवलज्ञानात्पाद सावर ३ निनंतर प्रादा नगवतीस्तोत्यच्चावचा सुंडा वा वाना सिपाह समारं वदे मंडुआ कार का मिल जाएवा तमितिवतं कार विदिता सिझतिजावतकार ति । सालात हे दो का आदादाज्ञा॥ धोलोकग्रामा वि श्रादवादाका तिरियंवदा उहोदामा महावतिभियडा दरीएवा.तात्रे श्या०संहावग्रहपच खांदा। सादरपासाममाया मोहापाता ला दामा गडी पा देवहा का सादर छ । पायल वन रस खकम्मतमी खोदा जा । मादाश ६ जातांना एगसमपणांकन विद्यादे वामिदिव निवासि तिरियांदा का।गाउ वति। गंद तिमाल पंडगावा दाऊ वलवाण वादा का तिरियो दामा पहुच श्रादायम मुदितादक दस लाएं। का। [गा। इदाम पाक्का वा दावा तमिदमांसाता होगा यम एवं च्छति॥ आमाच्चावि लिम्मा जाग्रागतिकथ लिएनन् मलाला या आवगतिए के चलाना लालसा जागतिकेव डागतिक चलन 219 नाप्पा उसाचा तातोक लिस्म वांडावतप्यरिक वा सियागशाकिब लिन धम्म सोचा कि बलिस्म वाघ यघा एवं कवलियादिवचनश्रवणव्यात बाध्यादिः कवल ज्ञानं तात वाडा ब ध्यादिः किंच प्रकारांतारण शतदीयच माह || 11\
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
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