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________________ गाठी या मानाादससाविवध मनस्त्रगड बस्नपयाचा कधी ति। एवव वाम | माटीना पिंडनीयर 5) सिलिठिक या ई० अनिताला हवाला नी पर खिला क्या५० चान पायां तार पा शति श्रादि नय वीनस किनिका बिना इत्यर्ध: ।। संपगार्ट पियल• विशेषणायनापिनः विशोधयानि नितिनव वा मुघरने पावाइकमा इंगाना क्या इंच किए या इंसिलिवि कथा ई खिली का इंसाती संपैगा दिया। यतः चताति-वि [णाम हा निऊगौना मैदाएव माणा नवेति॥ मजदा शोध्पा निस्फः ततः तिमि संपगाढन्यादि । घानादिकरण कि । इम मदया २ सामियांशघासणं मया। ॥संचाए। नोमला जवसा टयतू" प्रयोपन वाघो सिन हानिर्जरा याचना इतिना प्रस्तुत दिशा पाहा वायोरोपायालय रिसाडित। यथा मर्या गायमा। नेश तियागयावा नवेति न चानन म वाउ नादिनपुर इंकमा इंगादी कया इंडा दोना मदाण्डव मामाइन वति। सगवंतासारखा वस्तनिरिना रमानानुप्रधाधारागरात्री सायरा पाचव वामनराव परिकंमतराव पवा लक्षणं फलं स्वानंपरं पूरा गायमा समगा निघाएं। अावा दरा कमाई सिटिली कया । निहिया कडा, स्पाशंकनीयत परिधाननमविष्य दिया, मियाई खियामाला तिजातियं तावतियं णितावादमा ननू एन्यामहा महमदा पवसारणा लवंति। मऊ दानामा कति शिख तदचयंडा यात थे सिंप तदेव पायात सिंग रिकन्त्रे समाए विष्णा मदमसममा निघाएं श्रद्धा वा दराईकमा इंजा व महापसा इंसयति से जो वापि से। यता धोतरा ए इत्यादिज्ञानन मुविशोधा नवती उकं स्यात् ॥ विपरिणाम• ताता निठिति । तधा र सघानादिनिः दनः समहानि गत न रिकादिक्लिष्टकर्मी कारावं तिरिकावास गायमा श्रादिपनोयं गाडी क्या इन्यादिवि विशवास पियोमहानिजर: सनिक दयंति 5: परिशारनी या aaf
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
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