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________________ चावाद कराण • कंरिक कम करणे. नथन से क्र मानिनिमित्त नूनकर कहि गोचविते मलकर ऐजानकम्माकर एए लगयतीतः क्षा नामक विशिसतत मिश्र कल्ले सिंग विद्रावदेताविसमा वाम गाथा x३४ नरइया एवं ते कतिवि देकर मांसमणा निघाडा वसावतात) महाविदास महानिरंज कति विदेशांत कशा पोच शिद कशा पोत एकशल व तिकशा काय कशांक, मकशा, पविदिया माघ सिंचविकाएँ पगिंदिया एंड शिकायकाय कंमकशमय । विशाल दिया। वश्क' राण का इकरा ।। कमका कर्मकराणानरतिया गां लाता कंकणमातीवर वाद निर एविवाद गर तिया कर + ग्रमान + और्वेदविदिति ॥ नाचकशवदवे दिशाका |एगा। निरतिया पाँच चि दिकेश पोती मग कशारण वितिकैराण काय कराला केम | तच विशद खालक राहो (नरतिया कशा उच्च मावि दाणावादितिनारमा राण किंकरकरा कर कागा सुकुमाराचा शिदंकर तमाम कति काय कम | शापांखालणं कशखरकमा राकाशंसायाव dsc0gless
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
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