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________________ गति पूर्ववत्तीसमपदर वेदना परिणाम विशेष प्रतिवा रक यो दिवश्गतिपरिणाम वेदन परिणामघ का साइबर तिदा प्रादिप संग्रही गा दोजयता वीक दरबरसाया० सात वेदना प्रथम १२० राष्ट्र 23 स्त्रवेदनादि तायर इमजे सातोस्त वेदना र व्यादि कनद वेदना सराव शरीरमा कुन्यक नह स्थान साइत्यादिकः सा या० सीता साता इत्यादिकः ततिम. वे वेदना र ६० ख खत्यादिप शोगमायाइत्यादि यसवरणा यावातिविवचितदिति। ऊणामिदानादवा aaaणामव ताकदवारसा मतपत्र राचावयास समुद्दा २चिव अनणी प्रा माउपरी बरादिसहिंस६ एरिया रंकारेति॥ससंताचा ज़ाइते ताज उप्र तार होधका वाद्याश्रम गाऊनभएपरियारगादिवा सिवा मरण सम्रछतिवामाएं श्रहिं । सहि परियारोकारवQaraणात दादाव दिए भूमासीकए गयादिवस माण पुनराश्वावया दिसा दिवातादि रेटारक बाणत सिलाता यारगाड विष्णुमतारा रोश बावन उचानाचम एएान्मननो संकट मणातिए दारिमाणाविवितातात तास से निश्वास संादखाद्याश्य रिगमति॥ कारमा परियारगारा परियार गाएयकतार२दि कश्यमा सहावा वा दिवा च परियारगाम एणपरियारंगा सारख ईपास यारमात्र मारवाal रिस एरियारगासेका परिय पावावयावा चल्ला रारिसमादिया गो उणा सहपरियारगासारखा) ३वपरी वारुण।। इतिपरमगाएत गवता इत्यादिपरे वारणा परियारामदादात्री समि॥३४॥ | सौतादवर्तसागरसावतिदाव देगा। देवेति डरकाशामा कमे पर्यार्घसमा प्र विनासि दवाता दिं UAE NRNA Na Saeges 14/20 Hane
SR No.650015
Book TitlePannavana Sutra
Original Sutra AuthorShyamacharya
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages596
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_pragyapana
File Size297 MB
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