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________________ नईवीजी माताना १० नाई का लिश्रमुष्य कोलिक सर्वनईकही राजा एक नै काटी जरै श्राजीराजराना शदीद चोबे बचाता नई सीधान कन्हा श्री छान इदार विलन एकच्छाप्योदतो ते द्ज राजा श्रेषक नै नित्य नाडी ५०० मरावी नैनात एलीनोतिरोध राली दल पादो पारे या लीनो कलसी को ले इज या वोटी मदत पानइवेलीमादिउडनीरोटीक रीलेइजा याते प्रादा रक र कर्मादिकनोईरालीको पुजीवाड ॥ त्रोऽददी राय कसैका गलीथी नाही पदा श्री कुलबुटी एकदा प्रस्तावैको लिकजी मनालयगेनई से पुत्र बैठो तिलटालक थाली माहेरचे बलको एकसं का नाणी माता ने कहै मोवाल्हो है जिम लिगारीसन करी तिवारें समाज एवेल एवोली मातापितानि बनाईदियुक्तेन जाएई पुर्तीलात सर्वकद तादूीवीटीगुली कुक्ड कुरडीवा चीते राजा तू सीर क्यो तेसविताने एट में गयो नुतोवितानीति चोबी करें है। एनसिला दिनहाव से एवोनव नमानी गथयो स्लिद्गटो रवीलोकारतेडाशि तिवारे या गलथी उफराठीदान कन्दी एक नै मारता एले इच्यारैरैतिच्या वतो सात जी राजा श्रेष काताल खुरविषमुख्मा मुक्यो तर कम्पो को कुत्र्या दिबोलावे तो जैन दीयताजीतिईट दिनां संबंधन बिनागे चत्तार्या दिना विक्रेोवेद बिना इति गुणदिनाराजा भूसेन्पा विना श्रास्त्र दिनास्त्रीयवतिविना पूजा विना देवता एतत्सर्वन मोनते किमपरं देदं वजीत दीना मनस्त्यंत बन्यो रोटावा लागो नगरमा दिदा वैनद राय दियोगे चंपा की मृष्टया साठी तिहार दी सकल दे ससाध्या जागो एक दास्तायादती लीको कनेक दवालागी म्हेराजनादिलादारनईदाथी राज्यनो सारते तो नाईनो गरेरै । इमे ते द्नीचा करी करोगे राजाकदई भाई राली कदई दा रहा श्री मांगो तिगरजा शिस्पुजे एकही जब ईते बस तिवार इक दो ते द ननुको इजा तो विषमस्त्री सकानननेरी हारदा थी मागवानो मन करायो को एक नाईपासमाम्पोहार नैदा तिवारी नाईक दार हा श्रीनच्या पाई। तमेराज तारापोतोदा रहाथी या दीई ईममादोमा दिवङनडंग माए सेसनामा श्री उठाएं। जेदिशमार दो तो दारदा थीम कलज्यो। एहवो सालीको लिकनै नय करीच्या लोकाते उरलेई नाना सिवेसालानगरीय पतोना ते बदस्थतेनासीगयो । को एक कदइएदोड एबजे मादा बैरीनै राषएवैषदस्थ इजेडाराजा बने विज्ञा जाइगोतिएरेकरी को लिकरा जाका निकुमारच्या दिनाचा ईयारे कश्तीनसह घ डी एवंतीसहजारातीनदार को शिकना इमसर्जमीली तेतीस सहश्र घोडा नितीम सदा श्री तिती ससद्यस्थ । तेतीस को डिप्पादल कर कस हितमा दिदि जानगरी बीटी तिदाराचे डोमाहा राम राजा संघात ते नि तिनश्सद्दी ५७ घोडा ५१ सश्रदाश्री सताउनसद् श्ररथासतान्नसह को डिप्ाट्न करकले इसादमाच्या वेडा मादा रायने एद दितिग्यादी दार्म एकदा मुनि तेालेकरी येसरी सेन्पानोहो इतेद नै जीव१दीदामे को लिकना काल आददेइ २० बैधव दिपास्पातिदवे को लिक - चमरे आराध्य । इ इलेट् नी रष्णा की मरे मदा कंटक रथमुसल रिनंदिबैदीक्षामादायु ६ वा एकको डा
SR No.650014
Book TitleUttaradhyayana Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages248
LanguagePrakrit, Marugurjar
ClassificationManuscript & agam_uttaradhyayan
File Size138 MB
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