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________________ दि०देव २३ ई०एकी आबादी गटकी नाज्ञातीजातीत विहायज्ञानायक श्री महावीरदेवमत्यक्व १०पडजाइन० नसेन जेवजेन नासत्य बुतत्वना जातपा तेश्रोवेव चश्वते एकरीस सहित ननादोलादार साषा दिवश छोक्रो विदाम पवनाकारते त की जेहना २४ इ सई | २३ || ई ई पाठ करे बुरे ॥ नास एवं रिनिदए । विचरण बुने । सचसब घरको २४ मे तिनरे एघोरे । जेनरा एव का रिएला दिबंगई ०जा० जून इन्सत्य मा०माया दिनु हिंसाबादी बम बनों म० मिध्यादीना पसथो संतेविधूया दीनोवन ब० दिन दिई स० सर्वकामा दिन्मो दिन रुपमा०श्राम मिलते थाना बानि मोनीसोबत जापान दिइ म० मुकम मसहित पण सेयमसहित ६ जिनोली २५ एम आमरुतमे एक याद कर रहत उत्तरायेण गवंत । चरिसाक्षम्ममा यरियो । २७ मायान्नु ईस मेसेज मसानासा निरथिया संजममा लोदिया इसा मिइरिया मिया रही सते वांइया मझे (ड) | मि०क्रियादिप्रमुदित परलोक मिथ्या स० साचै प्रकारे जा जाए. अमा० १०मा प्राण | तेजवंत २० बसना (जा० सा०तेा० सदस्य तिरुवीक मासीन्म० एकमना लिम० एलनीवेण्या सागरते मोटी माननामाना लोक देवलो विमाननदी कनै विष‍ संजयधुनी इमजा ऍने अपमा‍ जि मित्रादिद्धि मारिया रिडरमा रेलोए सम्मजाला मध्यमं ५२३ । समासमादाणणि जुइइमेसिन में जासाली महापाली लीमाइएमा देवलोकीमोन मे करनालीका दिन्दसागरात भुताची एक बाल काट नामानाप्रमाणन इसकोकोलातिर एकसाथ मा० ना० नीकस्याना कर इतेऽनिशाना क्रियावादी सनोजइति दाराआड से० ते तीन फवुन जिम समजे मुबनी ला का रनीची १० सर्वथा प्रकार ||दिनावरिससमा । 26 से एक लोया मासनमा गए प्रलोय परे सिंजा ले जहाता नापास ३२ व धसक साइमियाली नोक्न सर्वऽयूनरकादिसली विकाइभ द्विवर ३०५० रूनी नवतरक वाहुनी आलोचन करथी व जनन व हे संजय नासत्यकरीमान इम इ० द्विविद्यालय संघाते १०३ मि० एस० दिनरात्री नर्धनो हेतू जे० जे दि० दिस्पादिक सयममार्ग दिसा समुनीवतःप्रथावल म्याकार्यकामना। इन सीते नोकरी ३० किलो ते दिजातिपच्० आ एसइई विद्यान एफ से दरे/ 201 एमक्क मामिसिलाएं) परिमंते दिवालो । प्रदो उहिए प्रहोराय। इविज्ञातवंतरे ३१ ज० जेड मे मुऊनें खु०१ |स०सावई निमलिवे० ना० जेन पुसी केवलम्या तंतेना०ज्ञान जि० जिनास किं० क्रियास्ती जीवा टिक नास्तीक ११० दि० सम्यक दर्शनाची वसि का कॉल चटक करन० तिर्थकर नवीन रोगीकार करपरिस सपथको दिवसाचू ज्ञानते खडू वर टाल सम्यक्त्वन सर कामन मेसी काजे ॥ समासः एचेासा | ताई शन करे। तेनाएं जिणसासणे ।। ३२ किरिचरो ३९४ रोहिरिएप खिाए प्रदिडि करीसे०स ४० चापि धर्माचं० से जब २० कियाहादिमुनीसा अस्वर्गमोक्षणमा सालीनामिना०कॉमलोग ३४ मइदा श्री दिपक नातेसंगती निर्माता २८ मेनोराज्य ० दीपाली चक इतनी ॐ शिवदस | तामति देहानू १ पदसो० साली ||दिवसवले || सिएएसोमो रसोदियां नरहरिनारदं दासं ॥ चिद्वाकामाईन्स ला३ की मूल (५८)
SR No.650014
Book TitleUttaradhyayana Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages248
LanguagePrakrit, Marugurjar
ClassificationManuscript & agam_uttaradhyayan
File Size138 MB
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