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मोहपाम्या एमन श्रीमहावीरस्वा की सविजयनाश्रतवत माहित सघलाइ दीर्घ साठपर्वतक सघलाइ समस्त कमीगृहाश्रम५०३ स्याना राम्रा काम बतान२५ डीप मांदि की लीला वर्षमा बिमती की योजना गोक पपसून नव पाली सि६॥ बूदीपमोहि,
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विटसघाएं त्रिपीय || धनुषा चंद्रमा मात्र सिन
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सघला महाहिमवन पांचपर्वत ।।
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रूपी वर्ष घरपोच
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