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________________ बूद्वीप दीपना पूर्वगताना हल्यापदेश की गोरकसनाम ॥ मामी ॥ दास तेहन पूर्वनवा चरमात हल्य उपदेन पर्वता हम्मा ये डबुद्दी व श्मदीदस्सर विमला तो रिमेतानो गोलमा दास पद्दत स्म परमिले चरिमंते माटीय तेतालीस योजन सहस्रप्रमाणबाधा विधि प्रांत कहा। यसले अगतीकी मामीसहस्रयो अनगोस्कं सपर्वतादप ईतकर विलास स्त्रयोजनम्यां ।। एमविद सिइंद किलजगती श्रीपा छीमा समुद्रमहिद दगसीमा४॥ लासपविमैं ।। एस तेयाली संकाय सदस्सावा हा तर पंवंधनदि सिंपिदा से संखदय सी में महालि विमान वि सक्तीयइ बीजइव ताल४३द्देशन काला अध्ययन धियं ग्राली सञ्चध्ययन ऋषिनाषिताध्ययन कालि कस विशेष ॥ विशेष कदा ॥ इतित्रया नी समसमवाय ॥ यायां दिमागविली पतति वयेयाली संदेसकाला पंप बः " वोतासीसंगाई सितासिया विमल नाघननिन चालीसाङरुष निष्पशिष्यादिक मनुष्टष्टमनिरंतर पाइ४४पाटोक मायायुगनी परिकाल विशेोधनीयरिश्रनुक्रमना साधर्म्या गया या सर्व स्वपक्षीश्या । की युग कही ॥ दिय लोग तासासिया में विमला चरतोचो ताली संघ रिगात्र पिडिंसिहाजा वृप्पही दक्षिणदिसई मार्गे नागराजमा| कंवालासं ४नावासकट्या मोशीयई, विमानप्रवि નડીયફા धरना।। ना॥ पाई ४२ सण गिंदरमणा ॥ नोवोंतालीसं सदा वा ससत सहरसा में म हालिया एं विमाण पवित्री नांदेवलोक छ की व्यापकषाया पिकां
SR No.650013
Book TitleSamavayanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorHirsundar Muni
PublisherJaiselmer
Publication Year1699
Total Pages248
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_samvayang
File Size130 MB
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