________________ श्रीकल्प मुक्कावल्यां शुद्ध भी शुद्धि पत्रकम् पृष्ठसंख्या लीटी 395 14 396 13 402 408 10 418 3 पृष्ठसंख्या लीटी 447 11 450 9 // 17 // अशुद्ध च-तारि निर्गता थरेस्स भ्यण, धणागिरि पयुषणा भिग्रह वजये चत्तारि निर्गता थेरस्स भ्यर्ण, धणगिरि पर्युषणा भिग्रह वर्जये অাজ माब्धः साध्यौ गिण्द्दित्त निग्गथीण 465 472 474 480 म्यणे मारब्धः साव्यौ गिण्डित्तो निग्गंथीण भ्यर्णे कप्पइ तच्छिष्य rror M कष्पइ तच्छिप्य 1 9