________________ अशुद्ध पृष्ठसंख्या लीटी श्रीकल्पमुक्तावा श्री शुद्धि पत्रकम् 103 // 14 // 104 12 भेषधारा x rfor wr दिति 108 13 पृष्ठसंख्या लीटी 95 13 देतेषां देतेषां 96 5 तुटो तुष्टो मेघधारा कुसुमयत् कुसुमवत् रामांचित रोमांचित देहाउदीहाउ 96 11jx कित्तिफरं कित्तिकर ससिसोभा ससिसोमा भेत मेत 100 9 सम्मार्जितम् सम्मार्जितम् परध्धभि परद्धंमि पीणणिज्जहिं पीणणिज्जेहि अर्थात् in in na अशुद्ध पुनर्भधा पुनर्मेधा जित. मज्जितः मू-पा निति भ्यम् भ्याम् अथांत X खत्कृताः सत्कृताः सतू सत् मडम्ब मडम्प तया तथा धिगिमकं धिगिमक रदितं रहितं 2 6 9 109 112 122 125 126 130 1458 पपा 9 . // 1 // he