________________ श्रीआचाराङ्ग नियुक्तिश्रीशीला० वृत्तियुतम् श्रुतस्कन्धः२ // 11 // आचाराडसूत्रस्य विषयानुक्रमः 703 क्रम: विषयः सूत्रम् नियुक्तिः पृष्ठः | क्रम: विषयः सूत्रम् नियुक्तिः पृष्ठः (वस्त्रधारणविधिः) 372-374 - 694-697 | अवग्रहप्रतिमाख्यम् 378-385 319-322703-711 5.2.1 वस्त्रधारणविधिः। 372 - 694-695 / 7.1 सप्तमाऽध्ययने प्रथमोद्देशक: 5.2.2 प्रातिहारिकोपहतवस्त्र (अवग्रहप्रकारादिः) 378-381 319-322703-707 विधिः। 373 | 7.1.1 अवग्रहप्रतिमाया 5.2.3 वर्णान्तराद्यकरणं | द्रव्यादिनिक्षेपचतुष्टयम्। - 319 703 स्तेनादिप्रसङ्गे गोपनं च। 374 | 7.1.2 द्रव्याद्यवग्रहप्रतिपादनम्। - 320 षष्ठमध्ययनं 7.1.3 भावावग्रहः। 321 704 पात्रैषणाख्यम् 375-377 698-702 / 7.1.4 ग्रहणावग्रहः। 322 704 6.1 षष्ठाऽध्ययने प्रथमोद्देशकः 7.1.5 अदत्तादाननिषेधः, छत्रा(पात्रग्रहणधारणविधिः) 375 698-700 दीनामनुज्ञाप्य ग्रहणं च। 378 704 6.1.1 पात्रग्रहणधारणविधिः। 375 698-700 7.1.6 अवग्रहयाचनविधिः, तत्रागतप्राघूर्णकसाधु६.२ षष्ठाऽध्ययने द्वितीयोद्देशक: विधिश्च। 379 (पात्रप्रत्युपेक्षणादिः) 376-377 701-702 7.1.7 परप्रत्ययिकपीठादिना 6.2.1 पात्रप्रत्युपेक्षणानन्तरं प्रातिहारिकसूच्यादिना पिण्डग्रहणम्। 376 परनिमन्त्रणं-दानविधिश्च / 380 6.2.2 पात्रेषु पानक्रगहणविधिः / 377 701-702|7.1.8 सपृथिवीकादौ स्थूणादौ 7 सप्तममध्ययन कुलिकादौ स्कन्धादौ 701 /