________________ जयन्ती- प्रकरणवृतिः / उदयननृपाज्ञाकृतनगरीशोभावर्णनम् / वित्थारो // 503 // महरजं कयकजं लट्ठ रटुं च मंडलगरिदुं / वीरजिणो जत्थ सयं विहरइ कल्लाणमुत्तिधरो // 504 // | इइ चिंतिऊण उदयणराया सिंहासणाओ उद्वित्ता / सक्कत्थयं भणित्ता कारइ नयरीए उच्छाहं // 505 // सिचंति रायमग्गा चितिरण या चंदणमिस्सेण कुंकुमरसेण / पूइजति भरेणं कुसुमे हिं दसद्धवन्नेहिं / / 506 // सहयारसरसपल्लवपरंपरादिवभंगरयणाउ / बझंति मंदिरेसु वंदणमालाओ दारेसुं // 507 // पूरिजंति चउक्का मोतियघणसाररइयरेहाहि / तत्थ य चंदणचच्चियमंगलकलसा ठविजंति // 508 // चित्तमणिकिरणमिस्सियखीरनिहिलहरीसमूहतरलाओ। उभिजंति पडाया नच्चिरसिरिबाहुसुहयाओ // 509 // कीरति हट्टसोहा चीणंसुयछन्नदिनमणिमऊहा। लंबंतरयणमालासमूहपसरंतकिरणोहा // 510 // घोसिजइ अमारी दिजंति जहिच्छियाई दाणाई / सोहिजंति य कारा मुञ्चति य बद्धरुद्धाई / / 511 / नयरीए पणवघोसो वीरजिणंद वंदिउं जणो एउ / उम्माहियाए मोरुल्लवियसैणाहो निवाइट्ठो // 512 // सिन्दूरपूरपूरियविसालकुंभत्थलं सहह जस्स / रायपयावदिणेसरअरुणोदयगिरिसिहाभोगो / / 513 / / चलकन्नतालपेरंतकतरुलकंततारियापडलं / रेहइ पवणपणुन्नं जस्स य उडु| चकवालं व // 514 // जस्स य पयंडसुंडाभोगे अइलोलयावि गरुयत्तं / न हरइ सद्दत्थविऊ मुणंति विबुहावि एमेव / / 515 // | ससिधवलदंतमुसला अरिकरिकण्णरासिखंडणे कुसला / जस्स जसकित्तिवल्लीवियाणकंदकुराकारा / / 516 / / जम्मि य कवोलमित्तिसु मयस्सरेहा सहति सिरिघरए / चक्खुदोसावहरणकजलपंचंगुलिसगुत्ता॥५१७॥ गेरुयभूइविमत्तियकुलपवयउन्नयग्गकाएण / नक्खत्तमालममलं वहइ य जो दित्तमणिजालं / / 518 // जो सत्तंगपइट्ठियमुत्तिरजं व जंगम दुग्गं / निद्धनहो 1 मयूरवचनसदृशः / 2 टिकीशोभापटलं। 3 मदरसरेखाः। 4 समानाः / AC%ACROCKSG / / 36 //