________________ जयन्ती प्रकरणवृतिः / भरतचक्रिसम्पदावर्णनम् / // 146 // कल्लाणपरम्परारम्मो // 54 // सेसस्स जहा धरिणी सिरंमि सुपइट्ठनिच्चला जस्स | आणा सेसनिवाण तह सुहया अवहसेस व // 55 // मणिमउडग्गपइट्ठा जस्स चउन्हंपि लोगपालाणं / आणा सुरतरूमंजरी पसरियसोहग्गसंभारा // 56 // बत्तीसनमिरनरवइसहस्समणिमउडकिरणकुसुमेहिं / जस्स सया अच्चिाइ पयपउमनिवासिणी लच्छी / / 57 // सोलसजक्खसहस्सा आएसं जस्स अमियलेसं व / मन्नन्ति अप्पमत्ता किंकरभामि आसत्ता // 58 // सुकयसहयारमञ्जरिसरिच्छलच्छीण नवनिहाणसिरीय सिद्धभरहे वसन्ते जस्सइगंगा सुहा होइ / / 59 // सिरिचक्कवट्टीलच्छी सवंगविभूसणाइ रयणाइ / चउदस दसदिसिपसरियकित्तिलयाकन्दललियाई / 60 / / सवंगसुंदरीणं कन्दप्पनरिन्दरायहाणीणं / जस्स सुहिकखणीणं चउसट्ठी सहस्स रमणीणं // 61 // चउरासीइलक्खा हयवरगयरायरणरहवराणं / पत्तेयं छण्णउई अचुम्मडसुहडकोडीणं / / 62 / / सो एस भरहनाहो पइदिणपरिवड्डमाणउच्छाहो / चिरकालं परिपालइ ललियंगो चक्कवट्टिसिरिं // 63 / / अनमि दिणे मञ्जणदेवंगदुकूलविहियसिंगारो। सवंगभूसणधरो पविसइ दप्पणगिहं भरहो // 64 // अह तम्मि दप्पणतले पडिविम्बियमप्पयं निहालन्तो। दवण कणिट्ठमंगुलिमसोहमाणि विचिन्तेइ // 65 / / कहमेसा न रायइ ? सक्खं जा अंगुलिं पलोएइ / मुद्दारयणविहीणं ता पासइ कतिपरिक्खीणं / / 66 // तत्तो भरहनरिन्दो चिंतइ साहावियं न सोहग्गं / जह एयाए तह किं ? अंगोवंगाण सेसाण // 67 // तत्तो जचो जत्तो भूसणमवणेह एस नरनाहो / सूरि व अत्थमिन्ते जओ तओ अवेइ कन्तीवि // 68 // परिमुकसत्वभूसणमेयमसोहं सरीरयं दहूँ / उच्छियपउमं व सरं वेरग्गं जाइ नरनाहो // 69 // घिद्धी मह अन्नाणं जमिमस्स सरीरयस्स पावस्स / कओण महारंभप्पसत्तया इत्तियं कालं // 70 // निच्चपरिसीलणीय असुइत्तेण हीलणीयमइमलीणं / अवरावरावयाणं // 146 //