________________ श्री जयन्ती प्रकरणपृतिः / // 106 // वृद्धतरुणी रमणीनामाशिर्वादाः। ASARA चंदो चंदुजयाणंदो / / 59 // तत्तो पसत्थदिवसे सगुत्तसयणाण माणदाणेण / सिट्ठी जंपइ एवं जिण सासनमत्तिसंजुत्तो // 60 // सम्मदंसणरयणं जं सम्म एस पाविही पुत्तो। तो सुदंसणनामा (वहउ) पसिद्धिं गुणसमिद्धो / / 61 // पडिवनवच्छलाहि परि- यरिओ पंचअंबधाईहिं / पंचेदियवुड्डीहि सद्धिं परिवड्डए तो सो // 62 // सियपक्खससहरो इव देहोवचएण बहलकंतिल्लो / पइदिवसं अहियं सो उल्लासइ गोतनीरनिहिं // 63 // देवगुरूणं पायप्पसायकप्पहुमस्स छायाए / (उपसमिय) संतावा पुजंतु मणोरहा तुज्झ / / 64 // कुत्थुममणि व एसो जिणधम्मो पुनसायरसमुत्थो / पुरिसोत्तम तुह हियए कुणउ सयासासमुजोयं // 65 // वच्छ सुदंसण सम्मदंसणरयणोवलंभजोगस्स / जिणसासणदेवीओ तुह सान्निज्झ सया दिन्तु / / 66 // गयणविउलंमि सावयकुलंमि तारयगणाण मझमि / तुह पुत्त सोमकविबुहधुषप्पसिद्धी परा होउ / / 67 // सोहग्गरूवलावन्नवनसत्वं | गचंगिमगुणेहिं / तुट्ठाओ थेरीओ आसीसं तस्स इय दिति // 68 // मणहरभोगमणोरहरहाणमह सारही इमो होही / नेहवियड्डिमवसहे पेरंतो पवयणगुणेहिं // 69 // धन्नाए तरुणीए मन्ने एयस्स पाणिकमलाई / होहिंति पुनघणथणकंचणकलसप्पिहाणाइ // 70 / / जुवणवर्णमि रम्मे तरुणी एयम्मि कप्परुक्खंमि / वल्लि व आरुहिस्सइ सरसा सवंगपरिवेढा // 71 // एसो सुदंसणो सहि ! अरुणकरो दिणमणि व बालोवि / अवहरियसबदोसो भवणं सयलंपि रंजेइ // 72 // करकमलपरिग्गहियं काउं रूवाइसंपयासहियं / तं दट्ट तरुणीओ इय अन्नुनं पयति // 73 // अंगोवंगेहि समं पइदिवसं तस्स वड्डइ मईवि / सियपक्खे ससिणो इव कलाहिं सद्धिं जहा जुन्हा / / 74 // सो मोकबालभावो कमेण गुरुसत्तिजुत्तमहातेओ / होइ कुमारो सच्चं कलाविओवरि डिओ जेण // 75 // आरुग्गाइगुणेहिं पुबज्जियपुन्नपगरिसवसेण / बावरिं 3A4%ACKS