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________________ श्रीअमम // 164 // मुग्रौजा बद्धा सिंहबलं हठात् / आनीय युवराजस्याऽढोकयनीतिविद् द्रुतम् // 3 // वृणीष्व वरमित्युक्तो नमुचियुवभूभुजा / ऊचे * | गृहीष्ये समये व स्वामिन् मास्म विस्मरः // 4 // स तस्मिन्मंत्रिणि न्यस्तभरः शेष इवाऽच्युतः / कुमारो राज्यकमलाविलासैरत्यगाद् दिनान् / / 5 / / कुमारमाता ज्वाला च दृढसम्यक्त्वशालिनी। अकारयद्रथं जैनं नवं भास्वद्रथोपमम् // 6 // लक्ष्मीनाम्नी तत्सपत्नी | मिथ्याक् तत्प्रतीपधीः / स्पर्धावन्धोद्धता ब्राह्मयं रथं तु निरमीमपत् // 7 // लक्ष्म्या राजा रहः प्रार्थि पूर्व ब्रह्मरथः पुरे / देव! भ्राम्यतु जैनस्तु रथः पश्चात्त्वदाज्ञया // 8 // ज्वालाप्याह स्म भूपालं यात्रा न प्रथमं यदि / पुरे जैनरथस्य स्यात्तदा मेऽनशनं ध्रुवम् | // 9 // मध्यस्थस्तु नृपो नीतः संशयं प्रिययोगिरा / यात्रा स्थद्वयस्यापि न्यषेधनगरान्तरे // 10 // महापद्मः पितुरप्रभविष्णुर्मातदुःखतः / निशि राज्यं परित्यज्य निर्ययौ हस्तिनापुरात् // 11 // गच्छन्नूर्ध्वमुखः सोऽगादेकां घोरां महाटवीम् / तत्र भ्राम्यन्नपश्यच्च सश्रमस्तापसाश्रमम् // 12 // तापसैस्तथ्यमातिथ्यमाचरद्भिः स नित्यशः / विस्मारितार्तिस्तत्राऽस्थात् सुखेन निजवेश्मवत् // 13 / / इतश्च नाम्ना स्थाम्ना च कालेनारोधि भूभुजा / चम्पेशो नृपतियुद्धेऽनेशच जनमेजयः॥१४॥ चम्पायां भज्यमानायां तस्यान्तःपुरयोषितः / नेशुम॒ग्य इवोच्छेदे काननस्य दिशोदिशम् / / 15 // चम्पेशदयिता नागवती तं तापसाश्रमम् / प्रणम्य मदनावल्या पुत्र्या दैवात्सहागमत् // 16 // कुमारमदनावल्योस्तत्राऽभूद्दर्शनं मिथः / अनुरागश्च तजन्मा मनोजन्माऽग्रदूतवत् // 17 // इङ्गितैः | सानुरागां तां ज्ञात्वा माताऽन्वशादिति / स्मृत्वा नैमित्तिकवचश्चापलं पुत्रि ! मा कृथाः // 18 // पट्खण्डभरतेशस्य स्त्रीरत्नत्वेन | भाविनी / निमित्तवेदिना जन्मकाले वं कथितासि यन् // 19 // तन्मा नारीवसुलभाचापल्याद् यत्र तत्र वा / नरेऽनुरक्ताऽभूः शान्ता योगिनी वात्र तिष्ठ च // 20 // नरं न रत्नमन्विष्यत्येतत् प्रत्युत मृग्यते / तदेत्य चक्रवर्ती खां समये परिणेष्यति // 21 // प्रोचे तद्धि जिनचरित्रम् मातुः रथयात्रामनोस्थापूर्ण पद्मकुमारस्य विदेशे तापसाश्रमगमनम् सर्ग-५ // 164 / /
SR No.600399
Book TitleBhavi Jineshwar Amamswami Charitra Mahakavya Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuniratnasuri, Vijaykumudsuri
PublisherManivijay Ganivar Granthmala
Publication Year1942
Total Pages306
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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