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________________ धर्मपरीक्षा साक्षीकृता ग्रन्थाः । 24265453 धर्मरस्नप्रकरण धर्मरत्नप्रकरणवृत्ति भयोगम्यवच्छेदद्वात्रिंशिका महानिशीथसूत्र ज्ञाताधर्मकांगसूत्र ज्ञातासंत्रवृत्ति आवश्यकनियुक्ति भावश्यकभाष्य आवश्यकचूर्णि आवश्यकवृत्ति व्यवहारभाष्य व्यवहारवृत्ति गच्छाचारपयनो त्रिषष्टि नेमिचरित्र उत्सूत्रकंदाहाल चढसरणपयनो , टीका स्थाद्वादरत्नाकर हारिभद्राष्टक भाचारांगसूत्र आचारांगनियुक्ति आचारांगवृत्ति आचारांगचूर्णि पंचसूत्र पंचसूत्रवृत्ति उत्तराध्ययनसूत्र उत्तराध्ययन नियुक्ति उत्तराध्ययनवृत्ति दशवकालिक सूत्र दशवकालिकनियुकि दशवकालिकचर्णि दशवकालिकवृत्ति तत्वार्थसूत्र ॐ धर्मपरीक्षावृत्तौ साक्षीकृता ग्रन्थाः * तत्वार्थभाष्य योगबिन्दुवृत्ति तत्वार्थवृत्ति অদ্বিান্ত लोकतस्वनिर्णय योगशास्त्रवृत्ति सम्मतितर्क प्रवचनसारोद्धार सम्मतिनवृत्ति प्रवचनसा• वृत्ति भगवतीसूत्र उपदेशपद भगवतीवृत्ति उपदेशपदवृत्ति सम्यक्त्वसित्तरी विशेषणवती गुणस्थानकमारोह लघूपमितभवप्रपंच गुणस्थानक्रमारोहवृत्ति वृद्धोपमितभवप्रपंच कायस्थितिप्रकरण समयसारप्रकरण पसवणासत्र समयसारवृत्ति पनवणावृत्ति . भवभावनावृत्ति संग्रहणिवृत्ति श्राद्ध दिनकृत्यवृत्ति भुवनभानुकेवलिचरित्र पुष्पमाला प्रकरण | योगबिन्दु पुष्पमाला वृहद्वृत्ति पुष्पमाला रघुवृत्ति संस्कृतनवतस्व प्र. ललितविस्तारा कलितविस्तरापंजिका योगदृष्टिसमुख्य योगदृष्टिसमु० वृत्ति पंचाशक पंचाशकवृत्ति तृतीय विशिका चतुर्थविशिका पंचमविशिका अष्टमविशिका विशेषावश्यकभाध्य विशेषावश्यकवृत्ति आउस्पचक्खाण भाउरपयवाणवृत्ति GAUR
SR No.600371
Book TitleDharm Pariksha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYashovijay Gani
PublisherJain Granth Prakashak Sabha
Publication Year1942
Total Pages304
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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