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शीघ्र छपेगा !
प्रत्येक स्त्री पुरुषों का मनन करने योग्य अपूर्व ग्रंथ [हिन्दी में ]
रत्न गद्य मालिका भाग १ - २० लेखक
शतावधानी पंडित मुनि श्री रत्नचन्द्रजी महाराज.
शीघ्र छपेगा !!
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इस पुस्तक के प्रथम भाग मैं मुनि श्री रत्नचन्द्रजी महाराज श्री के जाहिर पत्रों और मासिकों में दिये हुबे लेखों का संग्रह है । और द्वित्य भाग में मुनि श्री के जाहिर सभा में फरमाये हुवे ८ भाषणों का संग्रह किया गया है धर्म का व्यवहार स्वरूप जो समझना होवे, और ज्ञान प्राप्त कर दुःख मय संसार को सर्वग रूप बनाना होवे और संघ तथा धर्म की तथा आत्मा की उन्नति करने की इच्छा हो, और जैन धर्म का उत्तम ज्ञान समझने की उतकण्ठा होवे तो रत्नगद्र्यमालिका के भाग १-२ अवश्य पढ़िये । मूल्य हरेक भाग का लगभग ।) होगा, २५ प्रति के अगाऊ ग्राहकों का शुभ नाम पुस्तक में अगाऊ ग्राहकों की श्रेणी में दर्ज किया जावेगा, इस लिये शीघ्रता कीजिये और इस सुनहरी अवसर को हाथ से न जाने दीजिये |