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श्रीमद्वाचकवरशिवशर्मसूरिप्रणीता - चिरन्तनाचार्यविरचितचूर्ण्य - श्रीमदाचार्यमलयगिरिसंदृब्धवृत्यान्यायाचार्यश्रीमदुपाध्याययशोविजयगणिविरचितटीकया च समलङ्कृता: श्री
॥ कर्म प्रकृति ॥
॥ पुनः प्रकाशक | जिन गुण आराधक ट्रस्ट
विक्रम संवत २०७२
पुनः प्रकाशन प्रेरक
दीक्षा दानेश्वरी पू. आ. श्री गुणरत्नसूरीश्वरजी म.सा.
वीर संवत २५४२
ई. सन् २०१६
॥ पूर्व प्रकाशक | मुक्ताबाई ज्ञानमंदिर
प्रति १००