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कवाय. ते कालचक्रे बार चारा, व धारा उत्सर्पिणी, उ यारा अवसर्पिणी काल कहे वाय. उत्स र्पिणी काले पेहेलो यारो एकवीस सदस वरस प्रमाण, बीजो आरो एकवीस सहस्र वरस प्रमाण, त्री जो आरो एक कोमाकोमी सागरोपम बेतालीस सहस वरसे ऊणो जाणवो, चोथो यारो बे | कोमा कोमी सागरोपम प्रमाण, पांचमो यारो त्रण कोमा कोमी सागरोपम प्रमाण, बट्टो आरो चार | कोमाकोमी सागरोपम प्रमाण, एवं दस कोमाकोमी सागरोपम प्रमाण उत्सर्पिणी काल जाणवो. एम ऊतरता व यारा, पेहेलो चार कोमाकोमी सागर, बीजो त्रण कोमाकोमी सागर, त्रीजो बे कोमाकोमी सागर, चोथो बेतालीस सदस वरसे ऊंणो एक कोमाकोमी सागर, पांचमो एकवीस सहस्र वरस प्रमाण, बट्टो पण एकवीस सहस्र वरस प्रमाण जाणवो. एवं दस कोकाकोमी सागरोपम प्रमाण अवसर्पिणी ने दस कोमाकोमी सागरोपमे एक उत्सर्पिणी एवं बने मली वीस को माकोमी सागरोपमे एक कालचक्र थाय एवा अनंता कालचक्रे एक पुद्गलपरावर्त थाय, ते पुद्गलप रावर्त्तना चार जेद बे. ते द्रव्यपुद्गलपरावर्त्त १, क्षेत्र पुद्गलपरावर्त्त २, काल पुद्गलपरावर्त्त ३,