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श्री जिनशासन आराधना ट्रस्ट
प्राचीन श्रुतसमुद्धार पढ़ामाला प्रकाशित ग्रंथी पद्म ग्रंथ नाम
मूलका
टीकाकार १) You श्रीदशवैकालिकसूत्रम्
श्री शय्यंभवसूरीश्वरजी पू. आ. हरिभद्रसूरीश्वरजी श्रीप्रश्नव्याकरणसूत्रम्
श्री सुधर्मास्वामी पू. आ. अभयदेवसूरीश्वरजी ३) VOM श्रीजीवाजीवाभिगमसूत्रम् (भाग - १) श्री सुधर्मास्वामी आ. अभयदेवसूरीश्वरजी
श्रीजीवाजीवाभिगमसूत्रम् (भाग - २) श्री सुधर्मास्वामी पू. आ. अभयदेवसूरीश्वरजी श्रीपिण्डनियुक्तिः
श्री भद्रबाहुस्वामी पू. आ. मलयगिरिजी ६) Foom श्रीज्ञाताधर्मकथाङ्गसूत्रम् श्री सुधर्मास्वामी पू. आ. अभयदेवसूरीश्वरजी ७) Vom श्रीउपासकदशाङ्गसूत्रम् श्री सुधर्मास्वामी पू. आ. अभयदेवसूरीश्वरजी श्रीप्रज्ञापनासूत्रम् (भाग - १)
श्री श्यामाचार्य
पू. आ. मलयगिरिजी
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