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4282 पंचमांग विवाह पण्णत्ति (भगवती ) सूत्र
खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ दुपदेसिए खंधे एगयओ
सत्तपदेसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ तिपदेसिए खंधे __ भवइ, एगयओ छप्पदेसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ
चउप्पदेसिए खंधे, एगयओ पंच पदेसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ दुपदेसिएखंधे, एगयओ तिपदेसिएखंधे एगयओ पंचपदेसिएखंधे भवइ अहवा एगयओ दुपदेसिएखंधे एगयओ. दो चउप्पदेसिया खंधा भवंति, अहवा-एगयओ दो तिपदेसिया खंधा एगयओ चउप्पदसिए खंधे भवइ । चउहा कज्जमाणे एगयओ तिष्णि
परमाणुपोग्गला एगयओ सत्तपदेसिएखंधे, अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ टुकडे करते दो परमाणु पुद्गल व एक आठ प्रदेशात्मक स्कंध, अथवा एक परमाणु पुद्गल एक द्विप्रदेशात्मक स्कंध एक सात प्रदेशात्मक स्कंध अथवा एक परमाणु पुद्गल एक तीन प्रदेशात्मक स्कंध एक छपदेशात्मक
स्कंध अथवा एक परमाणु पुद्गल एक चार प्रदेशात्मक स्कंध एक पांच प्रदेशात्मक स्कंध अथवा एक 3 द्विपदेशात्मक स्कंध एक तीन प्रदेशात्मक स्कंध एक पांच प्रदेशात्मक अथवा एक द्विपदेशात्मक स्कंध,
दो तीन प्रदेशात्मक स्कंध एक चार प्रदेशात्मक स्कंध ।
__top बारहवा शतक का चौथा उद्देशा
भावार्थ
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