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- पंचमाङ्ग विवाह पण्णात्त (भगवती) सूत्र 4800/
खंधे भवति. अहवा-एगयओ तिणि परमाणपोग्गला, एगयओ दुपदेसिए खंधे, एगयओ चउप्पदेसिए खंधे भवति, अहवा एगयओ तिणि परमाणुपोग्गला एगयओ दो तिपदेसिया खंधा भवंति अहया एगयो दो परमाणु पोग्गला एगयओ दो दुपदेसिया खधा एगयओ तिपदेसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ चत्तारि दुपदेसिया खंधा भवंति । छहा कन्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला. एगयओ चउप्पदेसिए खंध भवइ, अहवा एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला एगयओ दुपदेसिए खंधे, एगयओ तिपदेसिए खंधे भवइ. अहवा-एगयओ तिण्णि परमाणुपोग्गला, एगयओ तिणि दुपदेसिया खंधा भवंति. सत्तहा कज्जमाणे एगयओ छ परमाणु
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वारहवा शतकका चौथा उद्देशा *
भावार्थ
पुद्रल
शात्मक स्कंध एक चार प्रदेशात्मक स्कंध अथवा एक परमाणु पद्गल एक द्विपदेशात्मक स्कंध दो तीन प्रदेशात्मक स्कंध अथवा तीन द्विपदेशात्मक स्कंध एक तीन प्रदेशात्मक स्कंध. पांच टुकडे करते चार परमाणु एक पांच प्रदेशात्मक स्कंध अथवा तीन परमाणु पुद्गल एक द्विपदेशात्मक स्कंध एक चार प्रदेशात्मक स्कंध अथवा तीन परमाणु पुद्गल दो तीन प्रदेशात्मक स्कंध अथवा दो परमाणु पुद्गल दो द्विपदेशात्मक स्कंध एक तीन प्रदेशात्मक स्कंध अथवा एक परमाणु पुद्गल चार द्विपदेशात्मक स्कंध. छ टुकडे करते परमाणु पुद्गल एक चार प्रदेशात्मक स्कंध अथवा चार परमाणु पुद्गल एक द्विपदेशात्मक स्कंध एक