SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 36
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ विविध पूजन संग्रह ॥ ३५ ॥ अथ अधिष्ठायकादिपूजा ॥ (पांचमुं वलय) . १. ॐ ह्रीं अहँ श्रीसिद्धचक्राधिष्ठायकाय श्रीविमलवाहनाय स्वाहा ॥ कोळु ॥ २. ॐ ह्रीं श्रीसिद्धचक्रेश्वर्यै स्वाहा ॥ कोळु ॥ ३. ॐ ह्रीं श्रीअप्रसिद्धसिद्धचक्राधिष्ठायकाय स्वाहा ॥ कोळु ॥ हवे पछी आगळ दरेक पदोनुं पूजन पान सोपारीथी करवू ।। ४. ॐ ह्रीं अर्ह जिनप्रवचनाधिष्ठायकाय श्रीगणिपिटकयक्षराजाय स्वाहा ॥ ५. ॐ ह्रीं अर्ह श्रीस्फुरत्-प्रभावाय श्रीधरणेन्द्राय स्वाहा ॥ ६. ॐ ह्रीं तीर्थरक्षादक्षाय श्रीकपर्दियक्षाय स्वाहा ॥ ७. ॐ ह्रीं श्री शारदायै स्वाहा ॥ ८. ॐ ह्रीं श्रीशान्तिदेवतायै । स्वाहा ॥ ९. ॐ ह्रीं श्रीअप्रतिचक्रायै स्वाहा ॥ १०. ॐ ह्रीं श्रीज्वालामालिन्यै स्वाहा ॥ ११. ॐ ह्रीं श्रीत्रिभुवनस्वामिन्यै स्वाहा ॥ १२. ॐ ह्रीं श्री श्रीदेवतायै स्वाहा ॥ १३. ॐ ह्रीं श्रीवैरोट्यायै स्वाहा ॥ १४. ॐ ह्रीं श्रीपद्मावत्यै स्वाहा ॥ १५. ॐ ही श्रीकुरुकुल्लायै स्वाहा ॥१६. ॐ ह्रीं श्री अम्बिकायै स्वाहा ॥ १७. ॐ ह्रीं श्रीकुबेरदेवतायै स्वाहा ॥ १८. ॐ ह्रीं श्रीकुलदेवतायै स्वाहा ॥ ॥ इति अधिष्ठायकदेवतापूजनम् ॥ श्री सिद्धचक्र पूजन विधि ॥३५ ॥ For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.600250
Book TitleVividh Pujan Sangraha
Original Sutra AuthorChampaklal C Shah, Viral C Shah
Author
PublisherAnshiben Fatehchandji Surana Parivar
Publication Year2009
Total Pages266
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy