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बे शब्द
अमारी ग्रन्थमाला तरफथी साहित्य प्रकाशनमा विविधिविषयना १७० ग्रन्थो प्रगट थया छे. तेमां आ ग्रन्थ १३८ मा ग्रन्थांक तरीके प्रगट थएल छे. २०४१ मां ते छपावेल तरत खपी जतां आ बीजो आवृत्ति छपावली छे. आ आवृत्तिमां १८ अभिषेक विधि उपरांत ध्वजारोपणविधि कलशारोपणविधि अष्टमंगल श्लोको परिकर प्रतिष्टा विधि उमेर्या छे. जे आ विषयने लगता विषयो छे.
सौ भक्तिप्रेमी आत्माओ आ ग्रन्थ द्वारा जिनाभिषेकादि करवा द्वारा स्वयं निर्मल थाओ एज अभिलाषा.
लि०
मेहता मगनलाल चत्रभुज
व्यव. श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला
ता० १-९-८७ शाक मारकेट सामे 'जामनगर ( सौराष्ट्र )
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क्रमः
५
अनुक्रमः
विधि: अढार अभिषेकविधिः कलशारोपण विधि: ध्वजारोपणविभिः
अष्टमंगलश्लोकाः
जिनबिम्बपरिकर प्रतिष्ठा विधिः
पृष्ठ
१
१४
१६
२०
२२
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पृष्ठ
८
शुद्धिपत्रकम्
अशुद्धं
पंक्ति:
१०
श्रीसिसि
शुद्धम् श्री सिद्धि
मुद्रक : गौतम आर्ट प्रिंटर्स ब्यावर ( राज० )
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