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________________ व्याख्या 8 इयवादीवि, एवं जाव सुक्कलेस्सा, अलेस्सा णं भंते! जीवा पुच्छा, गोयमा! किरियावादी नो अकिरिया- ३० शतके प्रज्ञप्तिःत बादी नो अन्नाणियवादी नो वेणइयवादी । कण्हपक्खिया णं भंते! जीवा किं किरियावादी? पुच्छा, गोय- उद्देशः १ अभयदेवी- मा! नो किरियावादी अकिरियावादी अन्नाणियवादीवि वेणइयवादीवि, सुक्कपक्खिया जहा सलेस्सा, सम्म-क्रियाबाद्या या वृत्तिः२ 18|| दिट्ठी जहा अलेस्सा, मिच्छादिट्ठी जहा कण्हपक्खिया, सम्मामिच्छादिट्ठीणं पुच्छा, गोयमा! नो किरिया-15 दीनि समव वादी नो अकिरियावादी अन्नाणियवादीवि वेणइयवादीवि, णाणी जाव केवलनाणी जहा अलेस्से, अन्नाणी सरणानि ॥९४२॥ जाव विभंगनाणी जहा कण्हपक्खिया, आहारसन्नोवउत्ता जाव परिग्गहसन्नोव उत्ता जहा सलेस्सा, नोसन्नो सू ८२४ वउत्ता जहा अलेस्सा, सवेदगा जाव नपुंसगवेदगा जहा सलेस्सा, अवेदगा जहा अलेस्सा, सकसायी जाव लोभकसायी जहा सलेस्सा, अकसायी जहा अलेस्सा, सजोगी जाव काययोगी जहा सलेस्सा, अजोगी जहा अलेस्सा, सागारोवउत्ता अणागारोवउत्ता जहा सलेस्सा । नेरइया णं भंते! किं किरियावादी? पुच्छा, गोयमा! किरियावादीवि जावं वेणइयवादीवि, सलेस्सा णं भंते! नेरइया किं किरियावादी ? एवं चेव, एवं जाव काउलेस्सा कण्हपक्खिया किरियाविवजिया, एवं एएणं कमेणं जच्चेव जीवाणं वत्तवया सच्चेव नेरइयाणं वत्तबयावि जाव अणागारोवउत्ता नवरं जं अत्थि तं भाणियचं सेसं न भण्णति, जहा नेरइया एवं जाव ॥९४२॥ थणियकुमारा ॥ पुढविकाइया णं भंते! किं किरियावादी? पुच्छा, गोयमा! नो किरियावादी अकिरिया-15 वादीवि अन्नाणियवादीवि नो वेणइयवादी, एवं पुढविकाइयाणं जं अत्थि तत्थ सवत्थवि एयाइं दो मज्झि-||६|| SCHOODSMSADEMOCOME Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.600226
Book TitleBhagwati sutram Part 03
Original Sutra AuthorAbhaydevsuri
Author
PublisherAgamoday Samiti
Publication Year1921
Total Pages654
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size13 MB
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