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व्याख्या
प्रज्ञप्तिः अभयदेवीया वृत्तिः २
॥७९७॥
यावि ४ छकेहि य नोछक्केण य समजियावि ५, से केणट्टेणं जाव समज्जियावि ?, गोयमा ! जे णं पुढविकाइया गेहिं छक्कएहिं पवेसणगं पविसंति ते णं पुढविकाइया छक्केहिं समज्जिया जे णं पुढविकाइया णेगेहिं छक्क - एहि य अत्रेण य जहनेणं एक्केण वा दोहिं वा तीहिं वा उक्कोसेणं पंचएणं पवेसणएणं पविसंति ते णं पुढवि| काइया छक्केहि य नोछक्केण य समज्जिया, से तेणद्वेणं जाव समज्जियावि, एवं जाव वणस्सइकाइयावि, बेंदिया जाव वैमाणिया, सिद्धा जहा नेरइया । एएसि णं भंते ! नेरइयाणं छक्कसमज्जियाणं नोछक्कसमजि| याणं छक्केण य नोछक्केण य समज्जियाणं छक्केहि य समज्जियाणं छक्केहिय नोछक्केण य समज्जियाणं कयरे २ जाव विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! सवत्थोवा नेरइया छक्कसमजिया नोछक्कस मज्जिया संखेज्जगुणा छक्केण य नोछक्केण य समज्जिया संखेज्जगुणा छक्केहि य समज्जिया असंखेज्जगुणा छक्केहि य नोछक्केण य समज्जिया संखेज्जगुणा | एवं ज्ञाव धणियकुमारा । एएसि णं भंते ! पुढविकाइयाणं छक्केहिं समजियाणं छक्केहि य नोछक्केण य सम |ज्जियाणं कयरे २ जाव विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! सवत्थोवा पुढविकाइयां छक्केहिं समज्जिया छक्केहि य नोछक्केण य समज्जिया संखेज्जगुणा एवं जाव वणस्सइकाइयाणं, बेइंद्रियाणं जाव वेमाणियाणं जहा नेरहयाणं । एएसि णं भंते ! सिद्धाणं छक्कसमज्जियाणं नोछक्कसमज्जियाणं जाव छक्केहि य नोछक्केण य समज्जि - | याण य कयरे २ जाव विसेसाहिया वा ?, गोयमा ! सवत्थोवा सिद्धा छक्केहि य नोछक्केण य समज्जिया छक्केहिं समज्जिया संखेज्जगुणा छक्केण य नोछक्केण य समजिया संखेज्जगुणा छक्कसमज्जिया संखेज्जगुणा नो
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२० शतके उद्देशः १० कतिसंचि
तादि
सू ६८७
॥७९७ ॥
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