________________
व्याख्या- दो दुपएसिया खंधा० एगयओ तिपएसिए खंधे भवति अहवा एगयओ दो परमाणु० एगयओ चत्तारि प्रज्ञप्तिः
दुपएसिया खंधा भवंति, सत्तहा कन्जमाणे एगयओ छ परमाणु० एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवति अहवा अभयदेवी-5
एगयओ पंच परमाणु० एगयओ दुपएसिए एगयओ तिपएसिए खंधे भवति अहवा एगयओ चत्तारि परया वृत्तिः२८
माणु० एगयओ तिन्नि दुपएसिया खंधा भवंति, अट्टहा कज्जमाणे एगयओ सत्त परमाणु० एगयओ तिपए॥५६४॥ सिए खंधे भवति अहवा एगयओ छ परमाणु० एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति, नवहा कजमाणे एग
यओ अट्ठ परमाणु० एगयओ दुपएसिए खंधे भवति अहवा एगयओ छ परमाणु० एगयओ दो दुपएसिया | खंधा भवंति, दसहा कजमाणे दस परमाणुपोग्गला भवंति । संखेजा भंते ! परमाणुपोग्गला एगयओ साहन्नंति एगयओ साहणित्ता किं भवति ?, गोयमा ! संखेजपएसिए खंधे भवति, से भिन्जमाणे दुहावि जाव दसहावि संखेजहावि कजंति, दुहा कजमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ संखेजपएसिए | खंधे भवति अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ संखेजपएसिए खंधे भवति एवं अहवा एगयओ | तिपएसिए एगयओ सं० खंधे भवति एवं जाव अहवा एगयओ दसपएसिए खंधे एगयओ संखे
जपएसिए खंधे भवति अहवा दो संखेजपएसिया खंधा भवंति, तिहा कजमाणे एगयओ दो परमाणु० एग5 यओ संखेजपएसिए खंधे भवति अहवा एगयओ परमाणु० एगयओ दुपएसिए खंधे० एगयओ संखेजपए
सिए खंधे भवति अहवा एगयओ परमाणु० एगयओ तिपएसिए खंधे० एगयओ संखेजपएसिए खंधे भवइ
| १२ शतके ४ उद्देश: अनन्ताणु कान्तसंयोगविभागभं गा:सू४४५
%EMANTRA
COCIENCINESCORCHESTROLOG
॥५६४॥
Join Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org