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ओ तिन्नि दुप्पणयओ पंच परमा भवति, नवहा
व्याख्या- खंधे भवइ अहवा एगयओ तिन्नि परमाणु० एगयओ दुपएसिए० एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा | १२ शतके प्रज्ञप्तिः एगयओ तिन्नि परमाणु० एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला एग- ४ उद्देशः अभयदेवी- यओ दो दुपएसिया खंधा एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणु० एगयओ चत्तारि दुप- | अनन्ताणु या वृत्तिः२४ एसिया खंधा भवंति, छहा कजमाणे एगयओ पंच परमाणुपोग्गला एगयओचउप्पएसिए खंधे भवइ अहवा
कान्तसंयो
गविभागों 1.५६३॥ ४ एगयओ चत्तारि परमाणु० एगयओ दुप्पएसिए० एगयओ तिपएसिए खंधे भवति अहवा एगयओ तिनि
गा:सू४४५ है परमाणु० एगयओ तिन्नि दुप्पएसिया खंधा भवंति, सत्तहा कजमाणे एगयओ छ परमाणु० एगयओ तिप्प
एसिए खंधे भवति अहवा एगयओ पंच परमाणु० एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति, अट्टहा कजमाणे * ४ एगयओ सत्त परमाणु० एगयओ दुपएसिए खंधे भवति, नवहा कज्जमाणे नव परमाणुपोग्गला भवंति ॥ दस | भंते ! परमाणुपोग्गला जाव दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ नवपएसिए खंधे भवइ अहवा
॥५६३॥ एगयओ दपएसिए खंधे एगयओ अट्ट पएसिए खंधे भवड एवं एकेक संचारेयचंति जाव अहवा दो पंच पए. | सिया खंधा भवंति, तिहा कजमाणे एगयओ दो परमाणु० एगयओ अट्ठपएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणु० एगयओ दुपएसिए० एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवइ अहया एगयओ परमाणु० एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ एगयओ छप्पएसिए खंधे भवइ अहवा एगयओ परमाणु० एगयओ चउप्पएसिए एग-| यओ पंचपएसिए खंधे भवति अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे० एगयओ दो चउप्पएसिया खंधा भवंति
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