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________________ Jain Education In KYYYY ---: खुश खबर : खास कामरूप देशोत्पन्न वह असली " सियालसिंगी " जिसकी तारीफ में लोग यह कहा करते हैं की- " सियालसिंगी श्वेतवाजा क्या करेगा रूठा राजा " जिसको हमने गहरे श्रमके साथ प्राप्त की है, इसको विधिपूर्वक मंत्रसे मंत्रित करके पास रखनेवालोंकी सर्वेच्छाओंकी सिद्धि होती है तथा इसके प्रभावसे राजसभा में सन्मान, मुकदमोंमें विजय प्राप्ति, भूत पिशाचादिकों का उत्पात नष्ट ३६० मूठ अपने शरीरपर नही आती कामरूप देशके लोक मंत्रितकर जांघको चीरकर बीच में रखते है. और राजयक्ष्मादि राजरोग नष्ट हो जाते हैं. शत्रूभी वशमें होकर शरण में आ जाता हैं वशीकरणमेंभी यह सियालसिंगी अपने ढंगकी एक है. न्योछावर रु. ५ से २५ तक. हाथाजोडी नामक एक वृक्षका फल जो देखने में साक्षात् हाथके अंगुलियोंसे वेष्टित है पारदर्शक है जिसकी किंमत प्रतिहाथ आठ आना दो हाथसे दश हाथ तकका मिलता है कमसेकम दो हाथका आता है ज्याहामें दश हाथतक जो बडेही परिश्रम से प्राप्त हुवा है बलीहारी है प्रकृतिकी जो वृक्षोमें ऐसे २ फल लगते है यह वृक्ष कामरूप देशमें होता है. एक डबी में मंत्रसे मंत्रित करके जिसके नामसे वह रखलो बस वह वश हो जायगा. दश हातका बहुत जल्दी काम करता है तरकीब सांथने भेजी जाती है. पोष्ट खर्च जुदा समझना. उपर लिखा हुवा इस पत्ते से मिलता है. पता:- एस. के. कोटेचा, महावीर ग्रंथमाला आग्रारोड, धुलीया. [ प. खानदेश ] SNYMS AN For Personal & Private Use Only XXXKXRE www.jainelibrary.org
SR No.600214
Book TitleVidyaratna Mahanidhi
Original Sutra AuthorBhadraguptasuri
Author
PublisherMahavir Granthmala
Publication Year1936
Total Pages50
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size5 MB
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