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॥श्री पंचपरमेष्ठिभ्यो नमः॥
जैनार्या श्रीमती पुण्य प्राजा स्मारक ग्रंथमाला पुष्प नं० ४.. साधु-साध्वी आराधना विधि तथा अंत क्रिया विधि. पन्यासजी श्रीमान्-केशर मुनिजी के शिष्य मुनि श्री बुद्धि मुनिजी संग्रहीत विधि संग्रह से उद्धृत
प्रकाशक:जैन श्वेतांबर श्राविकाश्रम, जयपुर.
द्रव्य सहायकः
श्रीयुत् भैरूंदानजी हाकिमकोठारी-बीकानेर. 1 प्रथमावृत्ति ५०० प्रति. विक्रम संवत् १९९०.
अमूल्य भेट.5
बाहनकालन्यात
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