SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 2
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ॥ जाहिर खबर ॥ भेट! भेट!! भेट ''! - (१) देव द्रव्य निर्णयः (२) बृहत्पर्युपणा निर्णय पूर्वार्द्ध. (३) बृहत्पर्युषणा निर्णय उत्तरार्द्ध. (४) बृहत्पर्युषणा निर्णय सम्पूर्ण. (५) बृहत्पर्युषणा निर्णय का सारांश भूमिका पीठिका. (६) आगमानुसार मुंहपत्ति का निर्णय. छपरहे हैं. (७) श्रीजिन प्रतिमा को वंदन-पूजन करनेकी अनादि सिद्धि. (८) श्रीकल्पमूत्रकी कल्पद्रुम कलिका टीका का हिन्दी भाषान्तर. छपवाने का विचार है. (९) आचारांग सूत्र हिंदी भाषा. (१०) दशवकालिक मूत्र हिंदी भाषा. (११) सत्य धर्मकी परीक्षा, अर्थात् जगत् मान्य जैन धर्म. (१२) सच्ची देव पूजा. (१३) श्वेताम्बर दिगम्बर विवाद निर्णय. (१४) अनादि सच्चा क्षत्रीय धर्म. सर्व पुस्तकें भेट मिलने के ठिकानेः१ श्री जिनदत्त मूरिजी ज्ञान भण्डार, ठिः-गोपीपुरा शीतलवाडी, मु. सूरत (गुजरात) २ श्री जिन कृपाचन्द्र सूरि जैन ज्ञान भण्डार, ठिः-मोरसली गली नया जैन मन्दिर, मु. इन्दौर (मालवा) ३ श्री महावीर जेन पुस्तकालय ठिः-रामपुरा बाजार, कोटा (राजपुताना) Juin tuction inational For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.600208
Book TitleSadhu Pratikramanadi Sutrani
Original Sutra AuthorJagjivan Jivraj Kothari
Author
PublisherJagjivan Jivraj Kothari
Publication Year1925
Total Pages92
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy