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हिंगुल प्रकरम्.
कर्ता श्री विनयसागरोपाध्यायजी तेनुं मूलसहित संस्कृतपरथी गुजराती जाषांतर जामनगर निवासि पंडित श्रावक हीरालाल वि. हंसराज पासे करावी पावी प्रसिद्ध करनार.
श्रावक जीमसिंह माणेक
मुंबई.
निर्णयसागर प्रेसमां पावी प्रसिद्ध की धुं. सने १५००
संवत १५६
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