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लकेला अंका, लकगुणा कमिण नग्यसयनश्या ॥ मूलोवरि समरूवं, विचारं बिंता प्रकरण.
जुयलतिगे॥२६॥बावमदिर्ज सहसो, बारकला बाहिराण विबारो॥ मसिमगा ॥३६॥
ण दसुत्तर, बायालसया दस कला य॥२॥अग्निंतराण उकला, सोलसहस्सा डसया सबायाला ॥ चनचत्त सहस दोसय, दसुत्तरा दसकला सवे ॥२७॥ लग चन सोलस अंका, पुवत्तविही खित्तजुयलतिगे॥ विचारं बिंति तहा, चन
सहिं को विदेहस्स॥२॥पंचसया ब्बीसा, बच्च कलापढमखित्तजुयलम्मि, बीए गवीससया, पणुत्तरा पंच य कला य ॥३०॥ चुलसीसय गवीसा, श्क्ककला
तश्यगे विदेहि पुणो ॥ तित्तीससहस बस्सय, चुलसीया तह कला चनरो ॥ Indu ३१) पणपरमसदससग सय, गुणनग्या नवकलासयलवासा॥गिरिखित्तं क
समासे, जोयण लकं दव पुमं ॥ ३॥ परमास सुइ बाहिर, खित्ते दलियम्मि||॥ छ सय अडतीसा ॥ तिमि य कला य एसो, खंमचनक्करस विस्कंनो ॥३३॥
॥३६॥
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