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सिचरायवरनवणं नवरयमुइंग-तंती-तल-ताल-नाडश्कजणमणुऊं दीणविमणं विहरइ ॥ ए२ ॥ तएणं से समणे जगवं महावीरे माऊए अयमेयारूवं अनलिअंपविअं मणोगयं संकप्पं समुप्पन्नं वियाणित्ता एगदेसेणं एयर, तएणं सा तिसला खत्तियाणी हन्तुहा जाव हयहिअया एवं वयासी ॥ ३ ॥ नो खलु मे गन्ने दडे जाव नो गलिए, एस मे गन्ने पुविं नो एयर, श्याणिं एयश त्ति कटु दस्तुहा जाव दियया एवं विहरइ, तएणं समणे नगवं महावीरे गनवे चेव इमेयारूवं अनिग्गढ़। अनिगिएदश्-नो खलु मे कप्पइ अम्मापिनहिं जीवंतेहिं मुझे नवित्ता अगाराओ अणगारिश्र पवश्त्तए ॥ ए४ ॥ तएणं सा तिसला खत्तियाणी एदाया कयबलिकम्मा कयकोजयमंगलपायबित्ता सवालंकारविनूसिया, तं गन्नं नाइसीएहिं नाश्नएदेहिं नाइतित्तेहिं नाश्कमुएदि नाइकसाइएहिं नाइअंबिलेहिं नाश्महुरेहिं नाइनिहिं नाश्बु
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