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कल्प०
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श्री चतुर्दशपूर्वर बाहुस्वामिप्रणीत पर्युषणाकल्प
ना
दशाश्रुतस्कंध सूत्रनुं यामुं अध्ययन
अथवा
॥ श्री कल्पसूत्र मूलपाठ ॥
(बारसो)
छपावी प्रसिद्ध करनार,
श्रावक भीमसिंह माणेक,
जैन पुस्तको प्रसिद्ध करनार तथा वेचनार.
१०७ धनजी स्ट्रीट मुंबई ३. द्वीतिय आवृति.
विक्रम संवत् १९८३.
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वीर संवत् २४५२.
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बारसो.
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