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________________ तपोरत्नमहोदधि ॥ २३॥ CHECAR सेनप्रश्नमा थी उपयोगी ४ प्रश्नोत्तरो. ICCISHRAGA (चैत्र तथा आश्विन शुक्लपक्षनी सातम, आठम अने नोममा ) गणाय के नहीं ? उत्तर--वीश स्थानक तप तथा अष्टकर्मपदन तप ए वे तपमा अस्वाध्यायना त्रण दिवस गणवा नहीं अने ऑविलवर्धमान तपमा तो एत्रण दिवस गणाय छे. एवी परंपरा छे. प्रश्न ३६--पाखीनो छट करीने महावीरस्वामीना छठमां नाखोए, अने पाखीनो उपवास स्वाध्यायादिकवडे पूर्ण करीए, तो आ छट महावीरस्वामीना छठमां आवे के नहीं ? उत्तर--अल्प शक्तिमान मनुष्य जो पाक्षिक छठने महावीरस्वामीना छठमां नाखे तो चाली शके पग पाक्षिक तप उपवासादिक करीने जलदीथी पूरो करवो. प्रश्न ३७- महावीरस्वामीना छठने पारणे बेसणु विगेरे करवु जोइए ? के शक्ति प्रमाणे करवं.? उत्तर-शक्ति प्रमाणे करवू. प्रश्न १५७--अष्टकर्ममदन तप जो उपवासवडे करवानी शक्ति न होय, तो आंबिलथी करी शकाय के नहीं ? उत्तर--जो उपवास करवानी सर्वथा शक्ति न होय तो आंबिल बडे पण थइ शके छे. (आ उत्तर १५८ उत्तर प्रकृति आश्री तपने माटे संभवे छे.) प्रश्न ९९--पहेले दिवसे चौविहार उपवास करी बीजे दिवसे तिविहार उपवास करे. ए प्रमाणे छठ करवाथी ते महावीरस्वामाना छठमां नांखी शकाय के नहीं ! GRECIRECRAKAR ॥ २३॥ Jain Education International ForPrivate LPersonal use Only www.jainelibrary.org
SR No.600158
Book TitleTaporatna Mahodadhi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhaktivijay
PublisherAtmanand Jain Sabha
Publication Year
Total Pages204
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size10 MB
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