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भी मारमानंद जैन समाना नं. २७ (मावृत्ति बीजी.)
|| श्री सिद्धचक्राय नमः । श्रीमद्विजयानंदसरिपादपद्मभ्यो नमः
श्री तपोरत्न-महोदाध.
(तपावलीय)
भनेक ग्रंथो, नागमो, जाणकारोने पूछीने करलो संग्रह.
मूल संपादक भने संशोधकप्रवर्तक भी कांतिविजयजी महाराजना सुशिष्य मुनिराजश्री भनिधियो .
प्रकट कर्ता-- भी जैन आत्मानंद समा-मावनगर.
मानद मेस-भावनगर
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