SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 436
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ रायपसेणइय सुत्तनो सार ॥४८॥ करतां क्यांय वधारे इष्टतर, सरस, मनोहर अने मनोश राता वर्णवाळा हता. [३७] ए मणिओमां जे पीळा मणि हता ते सोनाचंपा जेवा, सोनाचंपानी छाल जेवा, सोनार्चपाना अंदरना भाग जेवा, हळदर जेवा, हळदरनी अंदरना भाग जेवा, हळदरनी गोळी जेवा, हरताळ जेवा, हरताळनी अंदरना भाग जेवा, हरताळनी गोळी जेवा, चिकुर जेवा, चिकुरना रंग जेवा, उत्तम सोना जेवा, उत्तम सोनानी रेखा जेवा, वासुदेवे पहेरेला पीळा कपडा जेवा, अल्लकीना फूल जेवा, चंपाना फल जेवा, कोळाना फल जेवा, आवळना फल जेवा, घींसोडीना फूल जेवा, सोनेरी जुईना फल जेवा, सुहिरण्यना फूल जेवा, कोरंटक फूलनी उत्तम माळा जेवा, बीयाना फूल जेवा, पीळा अशोक जेवा, पीळी कणेर जेवा, अने पीळा बपोरीया जेवा | पीळा हता. प्र०-शुंते पीळा मणिओ, ए आपेली उपमाओ जेवा ज खरेखर पीळा हता? उ०-अर्थ समर्थ नथी अर्थात् हे आयुष्मन् श्रमण ! ए तो मात्र उपमाओ छे पण ते पीळा मणिओ तो ते बधी उपमाओ करता क्याय वधारे इष्टतर, सरस, मनोहर अने मनोश पीळा वर्णवाळा हता. [३८] ए मणिओमा जे धोळा मणि हता ते अंक रत्न जेवा, शंख जेवा, चंद्र जेवा, कुंदना फूल जेवा, शुद्ध दांत जेवा, कमळ उपरना पाणीना मोतीया जेवा, शुद्ध पाणीना बिंदु जेवा, दही जेवा, कपूर जेवा, गायना दूध जेवा, हंसोनी श्रेणि जेवा, क्रौंचोनी श्रेणि जेवा, हारोनी श्रेणि जेवा, चंद्रोनी श्रेणि जेवा, शरद्क्रतुना मेघ जेवा, धमेला अने चोक्खा करेला रूपाना पतरा जेवा, चोखाना लोटना ढगला जेवा, कुंदना फलना ढगला जेवा, कुमुदना ढगला जेवा, वालनी सूकी शिंगो जेवा, मोरपींछनी वच्चे आवेला चंद्रक जेवा, बिसतंतु जेवा, मृणालिका जेवा, हाथीदांत जेवा, लवंगना फल जेवा, पुंडरीक कमळ जेवा, धोळा अशोक जेवा, धोळी कणेर १५ जेवा अने धोळा बपोरीया जेवा ऊजळा हता. प्र०-शुं ते धोळा मणिओ, प आपेली उपमानो जेबा ज खरेखर ऊजळा इता? For Private & Personal Use Only Jain Education meal
SR No.600148
Book TitleRaipaseniya Suttam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherGurjar Granthratna Karyalay
Publication Year1938
Total Pages536
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_rajprashniya
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy