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श्रीजैन-आत्मानन्द-शताब्दि-ग्रन्थमाला
बृहत्तपागच्छान्तर्गतसंविग्नशाखीय-आद्याचार्य-न्यायाम्भोनिधि-संविग्नचूडामणि-स्व-परसिद्धान्तोदधिपारगामी जैनाचार्य श्रीमद्विजयानन्दसूरीश्वरजी प्रसिद्धनाम श्रीआत्मारामजी महाराजके जन्म-शताब्दिमहोत्सवके चिरस्मरणनिमित्त आपके पट्टधर, अपने असाधारण सदुपदेशके प्रभावसे श्रीमहावीर जैन विद्यालय, मुंबई, श्रीआत्मानंद जैन गुरुकुल, गुजरांवाला, (पंजाब) श्रीआत्मानन्द-जैन हाईस्कूल, अंबालासिटी, (पंजाब) श्रीपार्श्वनाथ-जैन-18 विद्यालय, वरकाणा, (मारवाड) श्रीआत्मानन्द-जैन-लायब्ररी, पूनासिटी, इत्यादि भिन्न भिन्न प्रान्तोंमें विद्यालय, छात्रालय, गुरुकुल, लायब्रेरी, पुस्तकालय, ग्रन्थालय, औषधालयादि अनेक जैनसमाजोपयोगी धार्मिक-व्यवहारिकसंस्थाओंके संस्थापक धर्मधुरंधर पूज्यपाद शान्तिप्रिय-आचार्यश्रीविजयवल्लभसूरीश्वरजी महाराजकी आज्ञासे संस्थापित.
ग्रन्थांक ७
प्राप्तिस्थानश्रीजैन-आत्मानन्द-सभा.
भावनगर (काठियावाड). [स्थापना विक्रम संवत् १९८९, आत्मसंवत् ३८, वीरसंवत् २४५९, ईखी सन् १९३३ ]
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