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४/३ शेठ देवचंद
८ पुत्रो
गुलाबचंद दत्तक-वारसपुत्र (आ.उ.व.३८)
दीकरी वीजकोर बेहेना
(आ.उ.व.४५)
अवसान सं० १९६२ पोषवद ३ शनेऊ मकरसंक्रांति, मुंबई. जेओनी कायमी यादगीरी माटे आ फंड स्थपायुं छे. अने जेमणे सुरतमां जैन धर्मशाला बंधावी छे, जे आजे श्रीरत्नसागरजी जैन बोर्डिंग हाउस तरीके वपराय छे. तेओ मुंबई झवेरी महाजनना ट्रस्टी, शेठ आनंदजी कल्याणजीनी पेढीना शत्रुजयना रखोपा खाताना ट्रस्टी अने अनेक संस्थाओना कार्यवाहक हता. मुंबईमां देवसूरीय गच्छना गोडीजीना दहेरासरजीमा सं. १९५."मां सामला पार्श्वनाथजीनी मूर्ति पधरावी सामला पार्श्वनाथजीनुं दहेरासर स्थापित कर्यु हतुं. एमणा बंने ट्रस्टनी नकलो योग्य स्थले प्रसिद्ध कराववा इच्छा छे. + आठे पुत्रो अति नानी नानी वये गुजरी गयेला.
आ फंडना भूतपूर्व ट्रस्टी. अवसान सने १९२५. सं० १९८३ फागन शुद ७ मुंबईमां. मुंबईना झवेरी महाजना प्रमुख, शेठ आणंदजी कल्याणजीनी पेढीना | सुरत [?] ना प्रतिनिधि, मुंबई म्युनिसीपाल कोरपोरेशनना मेम्बर उपरांत अनेक जैन-अजैन संस्थाओना ट्रस्टी. श्रीआनंदसागरसूरीश्वरना उपदेशथी आ फंडनी स्थापना माटे शेठ देवचंदना वीलना ट्रस्टीओने, कायदेसर रू. पीस्तालीश हजारनी रकमना पोते मालिक न थतां-ए रकम आ फंडमां खर्चवानी सम्मति आपनार तथा शेठ देवचंदनी यादगीरीना आ फंडमां रू. पचीस हजार भेट आपनार. तेमज सुरतनी शेठ देवचंदनी धर्मशालाने, विद्यार्थीओने हमेशना रहेवाना उपयोग माटे श्रीरत्नसागरजी जैन बोर्डिंग हाउस तरीके कोर्टनी रजा लई फेरवनार. शेठ देवचंदना वीलना एक्झिक्युट्रिक्स. जेमनी आसरे रू. पचीस हजारनी रकम तेमना मृत्युपत्रना आधारे आ फंडने सने १९११मां भेट मळी छे.