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श्रीमन्महाभारतम् : : श्लोकानुक्रमणी
२८. ततोऽथ भगवानाह प्रीतो(अनु) १८.३१ ततो दशसुमासेषु (वन) १२८.७ ततो दिव्यास्त्रविच्छूरो(उद्योग)१८१.२ ततो दुर्योधनः कर्णो (विरा) ६३.१ ततो दुर्योधनः सर्वाना (शल्प) ३.४६ ततोऽथ राज्ञः सुबलस्य (उद्योग)१४८.२८ ततो दशार्णाधिपतेः (उद्योग) १८६.१६ ततो दिव्यास्त्र सम्पन्ना (वन) २४५.१ ततो दुर्योधन कृष्ण (उद्योग) ९४.१७ ततो दुर्योधनः सूत (कर्ण) ३१.१६ ततोऽथ वचनं स्मृत्वा (आश्व) ७८.६ ततो दानपवित्रण (अनु) १२०.१४ ततो दिशश्चानुदिशो (विरा) ६६.६ ततो दर्योधनः कोपाद् (आ) १३७६ ततो दुर्योधनस्तत्र हृदयेन (आ)१२८.४८ ततोऽथ वरदो देवस्थान (शांति)३४०.५- ततो दाशरथिः श्रीमान्(वन) २८३२३ ततो दिशः सम्प्रविहत्य (बन) २६६.१ ततो दुर्योधनः ऋद्धो (द्रोण) १६६.४७ ततो दुर्योधन: स्थित्वा (शल्य) ६.७ ततोऽथ वरदो देवो(शांति) ३४२.१३१ ततो दाशार्णको राजा(उद्योग)१८६.१६ ततो दिश: सोऽनूदिशश्च(भीष्म)५६११६ ततो दर्योधनः ऋद्धो (द्रोण) १७१.१४ ततो दुर्योधनस्याङ्क (उद्योग) २१.१४ ततोऽथ वरदो देवो (शांति) ३४८.३३ ततो दिग्भ्यः समापे तु (द्रोण) १७५.१०७ ततो दीनमना भीष्मं (शांति) ५८.२७ ततो दुर्योधनः क र: (आ) ६१.८ ततो दुर्योधनस्यासीतान्(द्रोण)१८७.५० ततो दक्षिणमागम्य (सभा) २६.१० ततो दिवाससं धीमान (अश्व) ५५.१६ ततो दीनान् पशून् (आश्व) ११.१२ ततो दर्योधनं क्षत्ता(उद्योग) १३०.३२ ततो दुर्योधनं हत्वा (विरा) २२.३४ ततो दक्षिणमल्लांश्च (सभा) ३०.१२ नतो दिनकरैर्दीप्तै: (वन) १८८.६७ ततो दीप्ताग्निसंकाशां(द्रोण) १७८.१४ ततो दर्योधनगहं (शांति) ४४.६ ततो दुर्योधनं हत्वा (शल्य) ५६.३ ततो दग्धाविभौ पक्षी (वन) २८२.५० ततो दिवं प्राप्य सहस्र (शांति)२२८.८६ ततोऽदीर्घेण कालेन (आ) १३६३ ततो दर्योधनः पापस्तद(आ) १२५.४५ ततो दुर्योधनादी (अ.) १३२.७८ ततो ददर्श नृपतिः प्रासाद (अनु) ५४.२ ततो दिव भुवं चव (Bाण) ५२.४१ ततो दुःखक्ष यं कृत्वा (शांति) २६०.१६ तता दर्योधन: पापास्तत्र आ) १२६.३ ततो दुर्योधनोऽगच्छ (द्रोण) १३०.२५ ततो ददर्श स बलि (शांति) २२३.१३ ततो दिवं भूवं खं च(शांति) २५६.१७ ततो दुःखतरं मनये (भीष्म) १२०.३ ।
ततो दुर्योधनः प्रीत: प्रियं(कर्ण)१०.२० ततो दुर्योधनो दृष्ट्वा (शल्य) ५७.१ मनोदशातस्तो (व) २७६.२२ ततो दिविरथो नाम (आ) १४.२४ ततो दाममनप्राप्य (अन) १११.९८ पोm aav... ततो दोधना द्वाण (द्वाण) १८५.१ ततो दद्शुरासीनं सहदेव (आ)२११.३ ततो दिव्यं मणिवरं (मौप्तिक) १६.३६ ततो दुःखोदकं घोरं (शांति) ३०१.६४
ततो दुर्योधनं कर्णः (वन) २३८.१८ ततो दुर्योधनो द्रोणं विरा) ५१.१७ ततो दधार सा देवी (उद्योग)१८८.११ ततो दिव्यमजरं प्राप्य (आ) ८६.१७ ततो दुन्दुभवञ्चैव (शांति) २८१.४१ ततो दर्योधनं दष्टवा (शल्य) २४.१ ततो दुर्योधनोनापि (द्रोण) १२.३१ ततो दधीच: परमप्रतीत:(वन) १००.२१ ततो दिव्यवपुर्भूत्वा (स्वर्ग) ३.४२ ततो दुन्दुभिनिर्घोष (शांति) ३८.२१ ततो दर्योधनं दष्टवा (शल्य) १७.२ ततो दुर्योधनो भूयो (कर्ण) ३६.४ ततो दन्तिमहस्राणि (भीष्म) ४५.८६ ततो दिम्या दुन्दुभयः (वन) ३१०.३७ ततो दुन्दुभिनिर्घोषः (कर्ण) ३७.२ ततो दुर्योधन भक्त (नन) २४६.२१ ततो दुर्योधनो मन्दः (उद्योग) ५.१० ततो दश महेष्वासा: (भीष्म) ४७.२६ ततो दिव्यानि माल्यानि (उद्योग)१७८.५४ ततो दुन्दुभिनिर्घोषो (कर्ण) ३८.२४ ततो क्योधनमिदं (उद्योग) ८८.१७ ततो दुर्योधनो राजा (आ) १४३.१ ततो दशशताक्षेण साधु (अनु) ५१५ ततो दिव्यानि वस्त्राणि (वन) १७४.६ ततो दुर्मर्षणो भीम (द्रोण) २५.५ ततो दर्योधनः शरः (आ) ६१.६ ततो दुर्योधनो राजा (कर्ण) १०.८ ततो दशशते काले लभते (अनु) २८.८ ततो दिव्यानि वस्त्राणि(सभा) २८.१६ ततो दुर्योधनः कर्ण (आ) १३७.२० ततो दर्योधनाचापि (आ) २००.२७ ततो दुर्योधनो राजा (कर्ण) २६.१२ ततो दशसहस्राणि (द्रोण) २८.१८ ततो दिव्याम्हेमकिरीट (आ) १६७.३६ बतो दुर्योधनः कर्णः (सभा) ८०.३६ ततो दर्योधनः श्रत्वा (उद्योग) ८.७ ततो दुर्योधनो राजा (द्रोण) १२.५
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