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चित्रांक
प्रसंग
पृष्ठाङ्क
४
६
१. महावीरस्वामी
२. गणधर गौतमस्वामी
३. देवानन्दा द्वारा दृष्ट चौदह
स्वप्न
१४
४. इन्द्रसभा
२२
५. शक्रस्तव
३०
५०
६. गर्भापहार एवं गर्भसंक्रमण ७. शयनगृह में सोती हुई त्रिशला ६०
८. त्रिशला द्वारा दृष्ट चौदह
स्वप्न
९. सिद्धार्थ का मल्ल-युद्ध एवं तैल-मर्दन
१०. सिद्धार्थं एवं त्रिशला
६२
१०२
११६
११. स्वप्न - लक्षण पाठक धोर उनका परस्पर विचारविमर्श १२. त्रिशला को शोक एवं हर्ष १३४
११८
१३. महावीर जन्म
१४०
चित्र-सूची
चित्रांक
प्रसंग
१४. महावीर जन्माभिषेक
१५. सांवत्सरिक दान एवं दीक्षा महोत्सव
१६. पंच मुष्टि लोच
१७. महावीर को उपसर्ग
पृष्ठाङ्क
१४४
१६६
१७२
१७४
१८४
१६०
१९४
१८. समवसरण
१६. महावीर - निर्वारण
२०८
२०. गणधर गौतमस्वामी २१. पार्श्वनाथ २२. कमठ की पंचाग्नि तपस्या और पार्श्वकुमार का सेवक द्वारा ज्वलित काष्ठ से सर्पनिष्कासन
२१२ २३. कमठ द्वारा उपसर्ग और धरणेन्द्र पद्मावती द्वारा सेवा २१६ २४. नेमिनाथ द्वारा शंखवादन और कृष्ण के साथ बाहुबलपरीक्षण
२२६
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चित्रांक
प्रसंग
पृष्ठाङ्क
२५. कृष्ण की पत्नियों द्वारा नेमि को
विवाह के लिये प्रेरित करना २२८
२६. नेमिनाथ की बरात प्रोर
पशुबाड़ा २७. दश तीर्थंकर
२८. दश तीर्थंकर
२६. आदिनाथ
३०. प्रादिनाथ द्वारा मृत्तिका का कुंभ-निर्माण
२५८ ३१. आदिनाथ का राज्याभिषेक २६० ३२. महावीर के ग्यारह गणधर २७६ ३३. सारथि द्वारा धनुविद्या का प्रदर्शन और कोशा का अद्भुत नृत्य २८२ ३४. गुफा में बहिनों के सामने
स्थूलभद्र सिंहरूप में तथा स्वाभाविक रूप में
२३०
२४२
२४८
२५४
२८८
३६८
३६. उपदेश सुनता हुआ श्री संघ ३७०
३५. आचार्य का उपदेश
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