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कल्पसूत्र
२४६
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विक्कताई पन च, सेसं जहा मल्लिस्स ॥१७६॥
अनंतस्स णं [अरहओ] जाव पहीणस्स सत्त सागरोवमाई विक्कताई पन च, सेसं जहा मल्लिस्स ॥ १७७॥
विमलस्स णं [अरहओ] जाव प्पहीणस्स सोलस सागरोवमाइं विक्कताई पट्ठ च, सेसं जहा मल्लिस्स ॥१७८॥
वासुपुज्जस्स णं [अरहओ] जाव प्पहीणस्स छायालीसं सागरोवमाई विक्कताई, सेसं जहा मल्लिस्स ॥ १७६ ॥
सेज्जंसस्स णं [अरहओ] जाव प्पहीणस्स एगे सागरोवमसए विइक्कते पट्ठ च, सेसं जहा मल्लिस्स ॥ १८० ॥
सीलस णं [अरहओ] जाव पहीणस्स एगा सागरोवमकोडी
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