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समणस्स णं भगवओ महावीरस्स धूया कासवी गोत्तेणं, तीसे णं दो नामधिज्जा एवमाहिज्जंति, तंजहा-अणोज्जा इ वा, पियदंसणा इ वा ॥१०॥ समणस्स णं भगवओ महावीरस्स नत्तुई कासवी गोत्तेणं, तीसे णं दो नामधिज्जा एवमाहिज्जंति, तंजहा-सेसवई इ वा, जसवई इ वा ॥१०॥ ___समणे भगवं महावीरे दक्खे दक्खपइन्ने पडिरूवे आलोणे भद्दए विणीए नाए नायपुत्ते नायकुलचंदे विदेहे विदेहदिन्ने विदेहजच्चे विदेहसूमाले तीसं वासाई विदेहंसि कटु अम्मापितीहिं देवत्तगहि गुरुमहत्तरएहि अब्भणुनाए समत्तपइन्ने पुणरवि लोगंतिएहिं जियकप्पिएहिं देहि ताहिं इट्टाहि कंताहिं पियाहिं मणुन्नाहि मणामाहिं ओरालाहिं कल्लाणाहिं सिवाहिं धन्नाहिं मंगल्लाहि मियमहुर
Futust
कल्पसूत्र
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