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## Glossary of Terms **Page Number** | **Term** | **Page Number** | **Term** | **Page Number** | **Term** ------- | -------- | -------- | -------- | -------- | -------- 801 | छेदोवट्ठावणसुद्धिसंजद | 40 | सुद्धिसजद | 564 | जीवजवमज्झपदेस 708 | जीवणियट्ठाण | 554 | जदु | 731 | ढाणपरूवणा 755 | ढाणसमुक्कित्तणा | 697 | जुम्म | 275 | ढाण 637, 776 | ट्ठिद | 522 | ण | 651, 697 | जक्ख 524, 527 | जीवपमाणाणुगम | 717 | जीवभावबंध | 721, 722 | द्विदाहिद 2, 4, 466 | जगपदर | 542, 711 | जट्ठिदिबंध | 708 | जीवसमास 605, 606 | ट्ठिदि | 586 | जणवयविणास | 728 | जीवसमुदाहार 600, 637 | ट्ठिदिखंडयघाद | 703, 727 | जीविद | 301 | जुग 708 | ट्ठिदिबंध | 600, 608 | जयंत | 545, 580, 717 | जुदि 711 | टिदिबंधट्ठाण | 711 | जलचर | 34 | ट्ठिदिसमुदाहार 586 | जल्लोसहिपत्त | 604, 629 | जोइसिय | 2, 21, 346 | जव 639, 783 | जोग | 542, 544, 546 | जवमज्झ | 268 | णइगम 542, 549, 559 | जोगजवमज्झ | 705 | जोगणिरोधकेवलिसंजद | 271 | जस 702 | जहाक्खादविहारसुद्धिसंजद | 40 | जहण्णोही | 549, 555 | जोणिणिक्खमणजम्म 473 | जहाणुपुत्व | 701 | जोगद्दार | 702 | णमंसणिज्ज 702 | जहाणुमग्ग | 643 | जोगपच्चय | 702 | णयंतरविधी 702 | जाइस्सर | 73, 92, 150 | जोगप्पाबहुअ | 708 | णयरविणास 73, 92, 150 | जागारुवजोग | 348 | णयवाद | 702 | जाण 727 | णयविधि | 522 | जाणुगसरीरदव्वकदी | 527 | णयविभासणदा 35, 266 | जाणुगसरीरभवियवदिरित्त | 34, 705 | जोदिसिय | 522 | णqसयवेद 61, 703 | जोयण | 528 | णाण | 38, 346 | जोयणपुधत्त 2, 38, 346 | णाणाणुवाद | 349 | जादिणाम | 270 | जंबुदीव 260 | णाणावरणीय | 782 | जादिणामकम्म | 473, 510, 627 | जिण 261, 772 | णाणावरणीयवेदणा | 537, 539 | जिबिंब | 524, 527, 697 | जिणमहिम 524, 527, 697 | णाणावरणीयवेयणा | 782 | णाम | 522, 523 | ठवण 692 | णामकदि | 717, 719 | ठवणकम्म | 692 | णामकम्म 692, 712 | जिभिदियअत्थोग्गहावरणीय | 697 | ठवणपयडी | 696 | णामणिरुत्ति 698 | जिभिदियईहावरणीय | 699 | ठवणफास | 688, 689 | णामपयडी 699 | जिभिदियधारणावरणीय | 717, 719, 724 | ठिद | 688, 689 | णामफास 698 | जिभिदियवंजणोग्गहावरणीय | 551 | ठिदिखंडयघाद | 522, 523 | णामबंध 523, 644 | जीव | 535, 537, 539 | णामवेयणा | 535 | णामसम 777, 778 | जीवअप्पाबहुअ | 544, 547 | टवणवेयणा | 524, 697, 717, 719, 724 | णामसम 580 | जीवगुणहाणिढाणंतर | 700, 772 | ट्ठवणा | 267 | जोगाणुवाद 552 | जिद | छ. १०१ | ट्रवणकदि |
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________________ पारिभाषिक शब्दसूची [८०१ ४० । ५६४ ७०८ ५५४ जदु जुम्म ६९७ ण ५२२ पारिभाषिक शब्द पृष्ठांक पारिभाषिक शब्द पृष्ठांक पारिभाषिक शब्द पृष्ठांक . छेदोवट्ठावणसुद्धिसंजद सुद्धिसजद जीवजवमज्झपदेस ७३१ ढाणपरूवणा जीवणियट्ठाण ७५५ ढाणसमुक्कित्तणा २७५ ६३७, ७७६ ट्ठिद जक्ख जीवपमाणाणुगम ५२४, ५२७, ६५१, ६९७ ७१७ जीवभावबंध ७२१, ७२२ द्विदाहिद जगपदर जट्ठिदिबंध जीवसमास ६०५, ६०६ २, ४, ४६६ ट्ठिदि ५४२, ७११ जणवयविणास जीवसमुदाहार ६००, ६३७ ट्ठिदिखंडयघाद जीविद ७०८ ट्ठिदिबंध ७२८ ३०१ जुग ७०३, ७२७ ट्ठिदिबंधज्झवसाण ६००, ६०८ जयंत जलचर जुदि ५४५, ५८०,७१७ ७११ टिदिबंधट्ठाण ५८६ जल्लोसहिपत्त | द्विदिवेयणा जोइसिय ३४ ट्ठिदिसमुदाहार जव जोग जवमज्झ २,२१, ३४६ ६०४, ६२९ ६३९, ७८३ जोगजवमज्झ ५४२, ५४४, ५४६ णइगम जस कित्तिणाम . २६८ जोगद्वाण ५४२, ५४९, ५५९ णग्गोहपरिमंडलसरीरसंठाणणाम जहण्णोही ७०५ जोगणिरोधकेवलिसंजद ६२८ २७१ जहाक्खादविहारसुद्धिसंजद ४० जोणिणिक्खमणजम्म ५४९, ५५५ णमंसणिज्ज ४७३ जहाणुपुत्व ७०२ जोगद्दार ७०१ णयंतरविधी ७०२ जहाणुमग्ग ७०२ जोगपच्चय ६४३ णयरविणास ७०८ जाइस्सर जोगप्पाबहुअ णयवाद ७०२ जागारुवजोग ७३, ९२, १५० णयविधि ७०२ जाण ७२७ ३४८ इत्यादि | णयविभासणदा ५२२ जाणुगसरीरदव्वकदी ५२७ जोदिसिय ३४, ७०५ णqसयवेद ३५, २६६ जाणुगसरीरभवियवदिरित्त जोयण ६१, ७०३ | णाग दव्वकदी ५२८ जोयणपुधत्त णाण २, ३८, ३४६ जादिणाम जंबुदीव णाणाणुवाद ३४९ जादिणामकम्म २७० णाणावरणीय २६० जिण ४७३, ५१०, ६२७ टंक ७८२ णाणावरणीयवेदणा जिबिंब णाणावरणीयवेयणा ५३७,५३९ जिणमहिम णाम २६१, ७७२ ५२४, ५२७, ६९७ ठवण ७८२ णामकदि ५२२, ५२३ ७१७, ७१९ ठवणकम्म ६९२ णामकम्म ६९२, ७१२ जिभिदियअत्थोग्गहावरणीय ६९८ ठवणपयडी ६९७ णामणिरुत्ति ७४९ जिभिदियईहावरणीय ६९९ ठवणफास ६८८, ६८९ णामपयडी ६९६ जिभिदियधारणावरणीय ६९९ ठिद ७१७, ७१९, ७२४ णामफास ६८८, ६८९ जिभिदियवंजणोग्गहावरणीय ६९८ ठिदिखंडयघाद ५५१।। णामबंध जीव ५२३, ६४४ ५२२, ५२३ । णामवेयणा ५३५, ५३७, ५३९ जीवअप्पाबहुअ ७७७, ७७८ टवणवेयणा ५३५ णामसम ५२४, ६९७,७१७, जीवगुणहाणिढाणंतर ५४४, ५४७ । ट्ठवणा ७००, ७७२! ७१९, ७२४ ५८० जोगाणुवाद २६७ ५५२ जिद ट्रवणकदि छ. १०१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.600006
Book TitleShatkhandagam
Original Sutra AuthorPushpadant, Bhutbali
Author
PublisherWalchand Devchand Shah Faltan
Publication Year1965
Total Pages966
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationManuscript
File Size20 MB
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