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दिगम्बर जैन ।
कमेटी हरएक प्रकार की तैयारी कर रही है इससे परिषदका कार्य सुव्यवस्थापूर्वक होनेकी उम्मेद है मुजफ्फरनगर देहली के पास ही N. W. रेल्वे पर खास स्टेशन है | यहांसे हस्तिनापुर क्षेत्र भी पास ही है । प्रथम जलेब सुदी १३ व अंतिम जलेब वदी २ को है । अपने जानेकी सुचना स्वागत मंत्रीको प्रथमसे देनी चाहिये इन दिनों में इस्टरकी छुट्टी होने से हमारे अंग्रेजी पढ़े लिखे भाइयोंको परिषद व प्रतिष्ठा में भाग लेनेका अमूल्य अवसर ही प्राप्त हुआ है ।
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पानीपत में पंजाब प्रा० दि० जैन सभाका अधिवेशन व रथयात्रा चैत्र सुदी १ से ९ तक होगा। यहां भी रा० सा० वा० प्यारेलालजी वकील सभापति होंगे ।
कुरावली में वेदी प्रतिष्ठा व दि० जैन धर्मप्रचारिणी सभाका दूसरा अधिवेशन वैशाख वदी ७ से १० तक होगा । कुरावली मैनपुरी स्टेशन से १४ मील है । सडक पक्की है व टांगे मोटरका भी प्रबंध है ।
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रेवाड़ी में प्रतिष्ठा महोत्सव होगया । १-६ हजार आदमी एकत्रित हुए थे ।
मोलवा दि० जैन प्रां सभा का २० वां अधिवेशन चैत्र सुदी ११-११ को नीमच छावनी में होगा तथा वेदी प्रतिष्ठा खुदी १३ को होगी । B. B. C. I. की छोटी काईन में नीमचका खास स्टेशन है । ठहरने, शुद्ध सामान आदिका सब उत्तम प्रबंध किया गया है। मनोहरथाना-(कोटा) में भी रथोत्सव, बेदी प्रतिष्ठा व तेरहद्वीप पूजन विधान चैत्र सुदी ६ से १३ तक है ।
[ वर्ष १७
धोंडराई (बीड –में लखनऊ ला सुगनचंद गंगवाल किसी बारात में गये थे वहां उपदेश देनेपर तीन भाईयोंने सेंकडेकी विक्री पीछे ) संस्थाओंको दान देनेका नियम लिया है ।
पारसनाथ- पोस्टओफिसका नाम बदलनेका समाचार गतांक में प्रकट किया था उसके लिये बंगाल, तीर्थक्षेत्र कमेटीके मंत्री छौटेलालजीके उद्योगसे 'पारसनाथ ' नाम ही कायम रहा है अर्थात् शिखरजीपर पत्रव्यवहार पोष्ट पारसनाथ नि हजारीबाग से ही कर सकते हैं ।
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परवार सभा के महामंत्री सिं० कुंवरसेननी के स्तीफा देनेपर बा० कस्तूरचंदजी वकील जबलपुर महामंत्री नियुक्त हुए हैं व कुंवरसेनजी उपसभापति बनाये गये हैं ।
पागल कुत्ते के काटेका इलाज- इंदौ रके सेठ हुकमचंदजीके जैन औषधालय में उत्तम रीतिसे होनेका प्रबन्ध हुआ है। वहां होस्पिटलका ( रहने का प्रबन्ध) भी है ।
संयुक्त प्रांतिक सभा में प्रस्तावअलाहाबाद में सं० प्र० दि०जैन सभाका वार्षिकोरसव का हुलसरायजी सहारनपुर के सभापतित्वमें हुआ था जिसमें इस प्रकार १९ प्रस्ताव पास हुए हैं- (१) जम्बूप्रसादजी, शिवचरणकालनी, घ० ज्ञानानन्दजी, न्या० दि० पं० पन्नालालजी, रा० ब० मेवारामजी आदिकी मृत्युके लिये शोक, (२) कोलारस नरेशको उचित न्यायके लिये धन्यवाद, (३) कोलारस जनताको धार्मिक दृढ़ताके लिये धन्यवाद, ( 8 ) संयुक्त प्रां०के दि० जैनोंकी एक डायरेक्टरी