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श्री सम्मेत शिखर संघ - पोरवाल ज्ञातीय साह धूलचन्दजी खुशालचन्दजी डोडुभावाले कालन्द्री निवासी की तरफ से ता० २२-१२-१६३३ ई० को स्पेशयल द्वारा संघ सम्मेत. शिखरजी जायगा जिसकी आमंत्रण पत्रिका नीचे माफिक उनकी तरफ से सब जगह भेजी गई है अतएव जिस किमी को संघ में जाना हो उपरोक्न संघ पति से पत्र व्यवहार कर जाने का निश्चय करें। संघ के सञ्चालन (Organiser) का काम संघपति ने अखिल भारतवर्षीय पोरवाल महासम्मलन के महामंत्री के सुपूर्द किया है अतएव वे भी इस संघ में जाएंगे। संघ का विस्तृत विवरण और संघपति का फोटू मय जीवन चरित्र के आगामी अङ्क में दिया जायगा ।
॥ श्री सर्वज्ञाय नमः॥ श्री सम्मेतशिखर तीर्थाधिराज यात्रार्थेश्री संघ आमंत्रण पत्रिका
॥श्री कालंद्री नगरे ॥ स्वस्तिश्री पार्श्वजिनं प्रणम्य
-नगरे महाशुभस्थाने श्री सम्यक्त्वादि द्वादश व्रतधारक, दया दान दाक्षिण्य विवेकयुक्त, श्री जिनाज्ञा प्रतिपालक, श्री जिनशासनोन्नतिकारक, श्री सुविहित संविज्ञगीतार्थ सद्गुरु चरणोपासक, एवं अनेक प्रशस्त गुणगणोपात, परमपूज्य श्री संघ समस्त चरणान् प्रति----------
अत्र श्री कालंद्री सुं लि. शाह धुलचन्द खुशालचंदजी डोडावाला सपरिवारका जयजिनेन्द्र बंचावसीजी
अपरंच अत्र श्री देवगुरुधर्म के पसाय से आनन्द मङ्गल वर्ते हैं, माप श्री सकल संघका सदा आनन्द मङ्गल चाहते हैं। वि० विनंति के साथ सहर्ष निमंत्रण किया जाता है कि आप श्री संघ सहपरिवार श्री सम्मेतशिखरजी तीर्थाधिराज की यात्रार्थ पधारने की कृपा करेंगे।
१-श्री संघ के प्रस्थान का मुहूर्त सम्बत् १९६० मिति पौष वदि १ रविवार ता०३-१२-३३ के रोज किया जायगा और पौष बदि ८ रविवार ता० १०-१२-३३ के रोज गांव श्री डोडुआ में प्रथम मुकाम होगा।