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विज्ञापन छपाई के नियम प्रतिमास
छमासिक
५५)
३२)
१६)
पेज
१
० ॥
५०)
이
२५)
पत्र के किसी श्रंक के साथ हेन्डबिल्स वगेरा वितरण कराने के लिये एक वक्त के रु० १०) दस लिये जायेंगे ।
रु० १०)
रु०६)
वार्षिक
१००)
रु०३)
जो विज्ञापन लेखों के बीच में छापा जायगा उसके लिये एवं टाईटल के २- ३-४ पेज पर के विज्ञापन के लिये विशेष चार्ज लिया जायगा । उसके लिये इस पत्र के व्यवस्थापक से पत्र व्यवहार करने से उचित जवाब दिया जायगा । विज्ञापन संबंधी तमाम पत्र व्यवहार व्यवस्थापक 'महावीर' सिरोही के पते से करना चाहिये ।
जैन - ज्योति मासिक पत्रिका गजब कर रही है ।
सिर्फ ढाई रुपये के वार्षिक मूल्य में - श्रीमान सुशील कृत आदर्श रामायण की बढिया किताब भेट देती है और शिक्षणका विशेषांक भी ग्राहक को मुफ्त देती है । इसमें अग्रगण्य जैन विद्वानों के लेख और जैन तीर्थों के चित्र भी प्रगट होते हैं । क्या आपने नाम लिखवाया ?
मंत्री - धीरजलाल टोकरशी शाह
हिन्दी -- बाल ग्रन्थावली
प्रथम श्रेणी की २० पुस्तकें तैयार है। लेखक - धीरजलाल टो० शाह, अनु० भजामिशंकर दीक्षित | यह वही ग्रन्थावली है जिसकी केवल चार ही वर्ष में गुजराती भाषा में १७५००० प्रतियें हाथों हाथ बिक गई !
पुस्तकें - श्री ऋषभदेव, श्री नेमिनाथ, श्री पार्श्वनाथ, प्रभु महावीर, वीरधन्ना, महात्मा दृढ़ प्रहारी, अभय कुमार, रानी चेल्लणा, चन्दन बाला, इलाची कुमार, जम्बू स्वामी, अभयकुमार, श्रीपाला, महाराजा कुमार पाल, पेथड कुमार, विमलशाह, वस्तुपाल- तेजपाल, खमो देदराणी, जगद्शाह, धर्म के लिये प्राण देने वाले महात्मा गए ।
इन २० पुस्तकों का मूल्य केवल रु० १ ) पौने दो रुपये । डाक व्यय 11 ) सात आने मनीआर्डर से २) रु० भेजने वालों को वी. पी. खर्च बचेगा ।
गुजराती भाषा में ऐसी ६ श्रेणीय प्रगट हो गई हैं। मूल्य रु०८) डाक व्यय १ ॥ ) ज्योति कार्यालय, हवेली का पोल, रायपुर, अहमदाबाद.